गिरावट में निवेश फायदे का सौदा
PNG ज्वैलर्स के अध्यक्ष, सौरभ गाडगिल ने बताया, गोल्ड में व्यू बुलिश ही लग रहा है। जैसा कि मैंने पहले कहा था कि गोल्ड 70 हजार रुपए तक पहुंच सकता है और इस साल 70 हजार होने की पूरी संभावना है। इसके कई कारण भी हैं। विश्व स्तर पर जियो पॉलिटिकल और इकनॉमिकल सिचुएशन ठीक नहीं है। पहले लग रहा था कि रूस-यूक्रेन वार जल्द खत्म हो जाएगा, लेकिन इसके और भड़कने की आशंका हो गयी है। इजराइल-हमास वार भी जारी है। यूएस में बैंकों की स्थिति अभी भी नाजुक है। ऐसे अनिश्चित माहौल में लोग सेफ इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं और गोल्ड ही सबसे सुरक्षित निवेश माध्यम है। चाइना और रूस के सेंट्रल बैंक तथा वहां के लोग गोल्ड की लगातार खरीद कर रहे हैं। भारत में भी गोल्ड की मांग निरंतर बढ़ रही है। आगे गुड़ी पड़वा, अक्षय तृतीया और शादियों के सीजन में गोल्ड की खूब मांग रहेगी। जहां तक सिल्वर की बात है। सिल्वर में भी आउटलुक बुलिश दिख रहा है। सिल्वर की इंडस्ट्रियल डिमांड खूब बढ़ रही है। इस समय चिप (सेमीकंडक्टर) इंडस्ट्री जोर में है और चिप में सिल्वर का उपयोग बहुत होता है। मुझे लगता है कि चांदी भी इस साल 90 हजार रुपए तक पहुंच सकती है। गोल्ड-सिल्वर, दोनों में ही थोड़े उतार-चढ़ाव के साथ तेजी रहेगी। लिहाजा हर गिरावट में खरीदना फायदेमंद रहेगा।
केंद्रीय बैंक कर रहे भारी खरीद
ज्वैलमेकर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष, संजय शाह का कहना है, दुनिया में चीन, रूस, भारत, तुर्की सहित कई देशों के केंद्रीय बैंक सोने की भारी खरीद कर रहे हैं क्योंकि अमेरिकी डॉलर या अन्य करेंसीज पर भरोसा कम हो रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2024 में दुनिया के केंद्रीय बैंकों ने 39 टन सोने की खरीद की, जो दिसंबर में हुई 17 टन की तुलना में दोगुनी से अधिक है। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी जनवरी में 9 टन सोने की खरीद की, जो जुलाई 2022 के बाद सबसे बड़ी खरीद है। इस तरह सबसे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने के प्रति भरोसा बढ़ता जा रहा है। भारतीयों का तो सोने के प्रति सदियों से लगाव रहा है। लॉन्ग टर्म में सोने ने ही अधिक फायदा दिया है। 13 साल पहले वर्ष 2011 में सोना 29,000 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर था, जो अब बढ़ते हुए 65,500 रुपए के पार हो गया है। यानी विगत 13 वर्षों में सोने में दोगुने से अधिक कुल 125% का जोरदार फायदा हुआ है। जबकि चांदी के दाम 13 साल पहले 44,000 रुपए प्रति किलो थे, जो अब 74,000 रुपए हैं. यानी चांदी में 68% का ही रिटर्न प्राप्त हुआ है। इस तरह सोने में निवेश करना अधिक फायदे का सौदा है। इस साल सोना 70,000 रुपए और चांदी 90,000 रुपए तक पहुंचने के प्रबल आसार दिख रहे हैं।