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नवभारत बिजनेस डेस्क : केंद्र सरकार ने हाल ही में PAN कार्ड को आधुनिक बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसे PAN 2.0 कहा गया है। यह पहल सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान का हिस्सा है। इस फैसले के बाद, कई सवाल उठ रहे हैं, जैसे कि क्या पहले से PAN कार्ड रखने वाले लोगों को नया PAN 2.0 कार्ड के लिए आवेदन करना होगा, पुराने कार्ड का क्या होगा और इसे बनाने में कितना खर्च आएगा? आइए, जानते हैं इन सवालों का जवाब विस्तार से।
PAN 2.0 के तहत नागरिकों को नया PAN कार्ड मिलेगा, जिसमें एक QR कोड होगा। इस कोड को स्कैन करने पर PAN कार्ड होल्डर की पूरी जानकारी जैसे फोटो, सिग्नेचर, नाम, पिता/माता का नाम, और जन्मतिथि दिखाई देगी। इसके अलावा टैक्सपेयर्स की रजिस्ट्रेशन सेवाएं भी PAN 2.0 में अपडेट की जाएंगी। वर्तमान में जो PAN और TAN 1.0 सिस्टम चल रहे हैं, उन्हें भी इस पहल के तहत और बेहतर किया जाएगा।
PAN 2.0 के तहत पहले से PAN कार्ड रखने वालों को नया कार्ड बनवाने के लिए दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। वे अपने पुराने PAN कार्ड की जानकारी को अपडेट कर सकते हैं, जैसे कि ईमेल, मोबाइल नंबर, पता, नाम, और जन्मतिथि, बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के। इसके लिए उन्हें केवल ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग करना होगा।
अगर आप अपनी PAN जानकारी को अपडेट करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप कुछ खास दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
PAN कार्ड की जानकारी अपडेट करने के लिए अगर आप ऑनलाइन आवेदन करते हैं, तो इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। लेकिन यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं या अन्य कोई सुधार करवाना चाहते हैं, तो इसके लिए शुल्क लिया जाएगा।
PAN 2.0 का मुख्य फायदा उन लोगों को होगा, जो नियमित रूप से आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करते हैं। इसके माध्यम से आयकर विभाग को डेटा अपडेट करना और टैक्सपेयर्स के लिए प्रक्रिया को और सरल बनाना आसान होगा।