विमान (प्रतीकात्मक) - फोटो- सोशल मीडिया
नवभारत बिजनेस डेस्क: पहलगाम हमले के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ( DGCA) ने एक बड़ा फैसला लिया है। डीजीसीए ने भारत से उड़ान भरने वाली सभी विमान सेवा से जुड़ी कंपनियों को इस बात की हिदायत दी है कि कोई भी विमान पाकिस्तान के अधिकार क्षेत्र वाले इलाके में प्रवेश नहीं करेंगी।
डीजीसीए ये निर्णय पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से भारतीय विमानों के अपने अधिकार क्षेत्र में प्रवेश को लेकर लगाए प्रतिबंध के बाद लिया है। इसे लेकर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने सभी विमान कंपनियों के लिए एक गाइडलाइन जारी की है।
डीजीसीए ने जारी किए गए अपने गाइडलाइन में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर जोर दिया है। डीजीसीए ने सभी विमान कंपनियों से कहा है कि उड़ान के दौरान यात्रियों की पूरी मदद की जाए। उचित संचार और खानपान सेवाएं मुहैया कराई जाए।
पाकिस्तान की ओर से आपने आसमान पर प्रतिबंध लगाए जाने का सबसे ज्यादा असर दिल्ली एयरपोर्ट पर पड़ रहा है। खासकर दिल्ली से अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए विमान लेने वाले यात्रियों पर। इसके चलते दिल्ली से उड़ान भरने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के समय में इजाफा भी किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बढ़ गया। भारत ने पाकिस्तान की आतंकियों को पालने की मानसिकता पर अपना कड़ा रुख अपनाते हुए 5 बड़े फैसले किए हैं।
इसमें भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 से चल रहे सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया है। इसके अलावा भारत में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है और उन्हें भारत छोड़ने का आदेश दिया है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान लगातार पहलगाम हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार करता आ रहा है। वहीं पाकिस्तान के नेता लगातार भारत विरोधी बयान देने में लगे है। शुक्रवार को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंधु जल समझौता रद्द होने पर गीदड़ भभकी देते हुए कहा कि सिंधु में या तो पानी बहेगा या उनका खून।