डोनाल्ड ट्रंप, ( सोर्स- सोशल मीडिया)
Donald Trump Tariff: अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप जबसे दूसरी बार सत्ता में लौटे है, तबसे अपने देश को महान बनाने के लिए कई अजीबो-गरीब फैसले ले रहे हैं। ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ के मकसद को आगे लेकर बढ़ रहे ट्रंप ने दुनिया के कई देशों पर भारी टैरिफ लगा चुके हैं। जिसके जरिए वे सरकारी खजाना को भरना चाहते हैं। इसके साथ ही वह कई कंपनियों को अमेरिका में ज्यादा से ज्यादा निवेश करने के लिए मजबूर किया है। लेकिन, इन सभी फैसले का उल्टा दांव उनके ही देश पर देखने को मिल रहा है।
बता दें कि जुलाई में 71 बड़ी कंपनियां दिवालिया हो गई और बजट घाटा भी 47 अरब डॉलर यानी 19 प्रतीशत की तेजी के साथ 291 अरब डॉलर पहुंच गया। यह अमेरिका के इतिहास में जुलाई में दूसरा सबसे बड़ा नुकसान है। केवल 2021 में इससे अधिक घाटा हुआ था।
जुलाई में अमेरिका में 71 बड़ी कंपनियां दिवालिया हुईं जो 2020 की कोरोना महामारी के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले मई में 64 और जून में 66 बड़ी कंपनियां दिवालिया हुई थीं। इस तरह इस साल अमेरिका में 446 बड़ी कंपनियां दिवालिया हो चुकी हैं। यह 15 साल में सबसे बड़ी संख्या है। यह 2021 और 2022 के पूरे साल से बड़ा आंकड़ा है। 2021 में 405 और 2022 में 373 कंपनियां दिवालिया हुई थीं। इंडस्ट्रियल (70) और कंज्यूमर डिस्क्रिएशनरी (61) कंपनियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
जुलाई में ट्रेजरी डिपार्टमेंट का बजट घाटा 291 अरब डॉलर पहुंच गया, जबकि जून में यह 27 अरब डॉलर था। जुलाई में सरकार का खर्च 9.7 प्रतिशत बढ़कर 630 अरब डॉलर पहुंच गया जो जनवरी के बाद सबसे अधिक है। इस बीच रेवेन्यू भी 2.5 प्रतिशत बढ़कर 338 अरब डॉलर पहुंच गया। जिसमें 29.6 अरब डॉलर का टैरिफ रेवेन्यू भी शामिल है। इसके साथ ही इस साल बजट डेफिसिट 1.63 ट्रिलियन डॉलर पहुंच चुका है। अमेरिका अपने इतिहास में तीसरे सबसे बड़े बजट घाटे की तरफ बढ़ रहा है।
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एक तरफ ट्रंप लगातार दूसरे देशों में मनमाने तरीके से टैरिफ की घोषणा कर रहे हैं, जबकि दूसरी ओर अमेरिका की इकोनॉमी खुद संकट की ओर जा रही है। अमेरिकी वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट में सरकार का ग्रोस नेशनल डेब्ट (Gross National Debt) 37 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा हो चुका है। सबसे बड़ी बात यह है कि हर पांच महीने में अमेरिका का कर्ज 1 ट्रिलियन डॉलर बढ़ रहा है।