बीएसएनएल, डिजाइन फोटो
नवभारत डेस्क : बीते साल 4 जुलाई 2024 को जब प्राइवेट कंपनियों ने अपने टैरिफ बढ़ाने का ऐलान किया था, तब से लेकर अब तक बहुत सारे यूजर्स पर इसका असर देखने को मिला है। बढ़ते रिचार्ज प्लान्स से परेशान होकर बहुत सारे यूजर्स ने अपने सिम कार्ड को पब्लिक टेलिकॉम आपरेटर BSNL में स्विच कर लिया था। हलांकि, बीएसएनएल की 5जी कनेक्टिविटी बहुत ही लिमिटेड इलाकों में मिलती है, फिर भी कई सारे यूजर्स ने बीएसएनएल की ओर रुख कर लिया।
यही कारण रही कि डुबती हुई सरकारी टेलीकॉम कंपनी को अब खुब मुनाफा हो रहा है। दरअसल, केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 262 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। इसके साथ कंपनी लगभग 17 वर्षों के बाद लाभ में आई है। उन्होंने इसे सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया, जो सेवा पेशकश और ग्राहक आधार के विस्तार पर ध्यान दे रही है।
सिंधिया ने कहा कि भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने कई क्षेत्रों में सुधार किया है तथा मोबाइल, फाइबर टू द होम (एफटीटीएच) और लीज्ड लाइन सेवा पेशकश में 14-18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। उन्होंने कहा कि दिसंबर में उपभोक्ताओं की संख्या भी बढ़कर लगभग नौ करोड़ हो गई है, जो जून में 8.4 करोड़ थी।
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मंत्री ने बीएसएनएल के तिमाही परिणामों पर कहा कि आज का दिन बीएसएनएल के लिए और भारत में दूरसंचार क्षेत्र की यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। बीएसएनएल ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 17 वर्षों में पहली बार तिमाही आधार पर लाभ दर्ज किया है। पिछली बार बीएसएनएल ने 2007 में तिमाही मुनाफा कमाया था। दिसंबर तिमाही में शुद्ध लाभ लगभग 262 करोड़ रुपये रहा। मोबाइल सेवाओं से आमदनी में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई, फाइबर टू द होम आय में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई और लीज्ड लाइन सेवाओं के राजस्व में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बीएसएनएल ने अपनी वित्तीय लागत और समग्र व्यय में कटौती की है, जिसके परिणामस्वरूप पिछले वर्ष की तुलना में घाटे में 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की कमी आई है।