अदाणी समूह (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : देश में उत्सर्जन में कटौती और शुद्ध-शून्य उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अदाणी समूह ने एक योजना तैयार की है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए इस समूह ने अहमदाबाद के कुछ हिस्सों में घरों में सप्लाई की जाने वाली खाना खाना पकाने वाली प्राकृतिक गैस यानी पीएनजी में हरित हाइड्रोजन का मिश्रण करना शुरू कर दिया है।
फ्रांस की ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज टोटल एनर्जीज के साथ ग्रुप की शहर गैस वितरण इकाई अदाणी टोटल गैस लि. यानी एटीजीएल ने अहमदाबाद के शांतिग्राम में पाइप वाली प्राकृतिक गैस सप्लाई में 2.2-2.3 प्रतिशत हरित हाइड्रोजन का मिश्रण करना शुरू कर दिया है। ‘लिंक्डइन’ पर पोस्ट में कंपनी ने यह जानकारी दी।
स्वच्छ मार्गों के माध्यम से उत्पादित हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस पाइपलाइन में डाला जाता है। कंपनी ने इलेक्ट्रोलाइसिस प्रक्रिया के माध्यम से पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करने के लिए पवन या सोलर एनर्जी जैसे रिन्यूऐबल एनर्जी स्रोतों का उपयोग करके हरित हाइड्रोजन का उत्पादन शुरू किया है। इस हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस में मिलाया जाता है। इसकी आपूर्ति घरों में खाना पकाने के लिए और उद्योग को की जाती है। एटीजीएल ने बयान कहा, ‘‘हम अहमदाबाद के अदाणी शांतिग्राम में अपने हाइड्रोजन मिश्रण प्रणाली के सफलता से शुरू होने की घोषणा करते हुए काफी एक्साइटेड हैं।”
पोस्ट में कहा गया है कि यह परियोजना 4,000 घरेलू और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को निर्बाध हाइड्रोजन-मिश्रित प्राकृतिक गैस प्रदान करेगी। वर्तमान में, सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उत्पादक एनटीपीसी गुजरात के सूरत जिले के कवास में घरों को हरित हाइड्रोजन मिश्रित प्राकृतिक गैस की सप्लाई करती है। गेल यानी इंडिया लिमिटेड भी मध्य प्रदेश के इंदौर में ग्रे हाइड्रोजन के साथ सीएनजी की सप्लाई के लिए एक छोटी पायलट परियोजना पर काम कर रही है।
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एटीजीएल का प्रोजेक्ट अबतक की सबसे बड़ी है। कंपनी धीरे-धीरे प्राकृतिक गैस में हरित हाइड्रोजन मिश्रण को 5 प्रतिशत और अंततः 8 प्रतिशत तक बढ़ाएगी और शांतिग्राम से आगे अहमदाबाद के अन्य हिस्सों और अंततः अन्य क्षेत्रों में इसकी सप्लाई बढ़ाएगी।
एटीजीएल ने कहा, ‘‘यह उपलब्धि हमारे कार्बन उत्सर्जन को कम करने और ग्रीन एनर्जी सोल्यूशन की ओर बढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस के साथ मिलाकर हम ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम कर रहे हैं, ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ा रहे हैं और कंटीन्यू विकास का समर्थन कर रहे हैं।” एटीजीएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ सुरेश पी मंगलानी ने कहा कि कंपनी की यह अग्रणी पहल ‘भारत के एनर्जी परिदृश्य को कार्बन मुक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम’ है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)