आठवां वेतन आयोग, (प्रतीकात्मक तस्वीर)
8th Pay Commission Latest Update: केंद्र सरकार ने आज से लगभग सात महीने पहले आठवें वेतन आयोग की घोषणा कर चुकी है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी इसके कार्यान्वयन की दिशा में कोई खास कदम नहीं उठा सकी है। 8वें वेतन आयोग की घोषणा के बाद से ही केंद्र सरकार के कर्मचारियों में एक उत्सुकता बनी हुई है, लेकिन हालिया रिपोर्ट की माने तो इसका क्रियान्वयन 2028 तक टल सकता है।
अगर पिछले रुझानों के देखें तो हर वेतन आयोग लगभग 10 साल के अंतराल पर लागू हुआ है। 6वां वेतन आयोग 2006 में सातवां वेतन आयोग 2016 में, इसलिए ऐसी संभावना जताई जा रीह है कि 8वें वेतन आयोग भी इसी पैटर्न के तहत 2026 से 2028 के बीच लागू हो सकता है।
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को मंगाई भत्ता (DA) इजाफा और अन्य भत्तों के लिए जरिए सरकार राहत पहुंचा रही है, लेकिन पूरी सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव के लिए उन्हें कुछ और समय का इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि, यह पुराने रुझानों पर आधारित है, इसको लेकर सरकार की ओर से अभी तक कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
आठवें वेतन आयोग के ऐलान के सात महीने बीत जाने के बाद भी सदस्यों और अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। महंगाई के असर को देखते हुए कर्मचारियों की इनकम में सुधार करना 8वें वेतन आयोग का मुख्य उद्देश्य है। अपडेटेड वेतन आयोग के तहत बेसिक सैलरी, ग्रेड पे, भत्ता और पेंशन स्ट्रक्चर में बदलाव किए जाने की संभावना रहती है।
कर्मचारियों का ऐसा मानना है कि महंगाई दर और खर्च बढ़ने के हिसाह से मौजूदा सैलरी स्ट्रचक्चर अपर्याप्त है, इसलिए नई वेतन संरचना की जरूरत है। आयोग का गठन होने से विशेषज्ञ कर्मचारी संगठनों और सरकार से चर्चा कर सिफारिशें पेश करेंगे। हालांकि, अभी इस संबंध में सरकार की ओर से कई अधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
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आर्थिक परिस्थितियों, सरकारी राजस्व और बजटीय दबावों को देखते हुए 8वें वेतन आयोग के क्रियान्वयन में देरी हो सकती है। अगर इसे 2028 तक लागू किया जाता है, तो कर्मचारियों को तब तक महंगाई भत्ता (DA hike) और अन्य राहत उपायों के सहारे ही संतुलन बनाना पड़ेगा। ऐसे में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को कुछ और वर्षों तक इंतजार करना पड़ सकता है।