अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : इंडियन शेयर बाजार पर पिछले कुछ दिनों से छाए मुसीबत के बादल अब छंटते हुए नजर आ रहे हैं। हफ्ते के पहले दिन यानी सोमवार को बीएसई का सेंसेक्स तकरीबन 1100 अंकों की तेजी के साथ ट्रेड कर रहा है, जिसके कारण देश की प्रमुख कंपनियों में से कुछ को छोड़कर सभी कंपनी के शेयर हरे निशान पर कारोबार रहे हैं। गौतम अडानी की कंपनियों में तेजी आने के कारण अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी पावर के शेयरों में भारी तेजी आयी है। अडानी ग्रुप के शेयर घरेलू बाजार में भी तेजी के साथ कारोबार कर रहे हैं। इतना ही नहीं कंपनी म्यूचुअल फंड मार्केट में भी जलवा दिखा रही है। म्यूचुअस फंड के मैनेजर अडानी की कंपनी में इंवेस्टमेंट का दायरा बढ़ा रहे हैं।
घरेलू म्यूचुअल फंड मैनेजरों ने मार्च महीने वाली तिमाही के दौरान अडानी समूह के शेयरों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ायी हैं। अडानी ग्रुप के शेयरों में म्यूचुअल फंड मैनेजरों ने भी विश्वास दिखाया है। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, म्यूचुअल फंड हाउसेज ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के दौरान अडानी ग्रुप की 11 कंपनियों में से 6 में अपनी हिस्सेदारी बढ़ायी है, जिसमें अडानी ग्रीन एनर्जी में सबसे ज्यादा फंडों ने इंवेस्ट किया गया है। ग्रुप में म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही की तुलना में 0.37 प्रतिशत से बढ़कर 1.01 प्रतिशत हो गई है।
मार्च तिमाही के आखिर में 27 म्यूचुअल फंड हाउस ने अडानी ग्रीन एनर्जी में इंवेस्ट किया, जो कि दिसंबर तिमाही में 21 म्यूचुअल फंड हाउस के इंवेस्ट से ज्यादा है। अडानी एंटरप्राइजेज में भी म्यूचुअल फंड हाउस ने इंवेस्ट किया है, जो वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 2.37 प्रतिशत से बढ़कर अब 2.49 प्रतिशत हो गई है। साथ ही, फंड मैनेजरों ने अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी पावर और अंबुजा सीमेंट्स में भी अपना विश्वास दिखाया है।
जहां, एक ओर अडानी ग्रुप की कंपनियों पर म्यूचुअल फंड हाउसेज का भरोसा बढ़ गया है, वहीं, दूसरी ओर फॉरेन इंवेस्टर्स ने अपनी हिस्सेदारी घटाई भी है। अदानी ग्रीन एनर्जी में एफआईआई की हिस्सेदारी पिछली तिमाही के 13.68 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 12.45 प्रतिशत रह गई है। साथ ही, अंबुजा सीमेंट्स में भी एफआईआई ने हिस्सेदारी 0.54 प्रतिशत घटाकर 8.6 प्रतिशत कर दी है। एसीसी में से भी फॉरेन इंवेस्टर्स ने बिकवाली की है।