
दुलारचंद यादव की शव यात्रा के दौरान चली गोलियां, फोटो- सोशल मीडिया
 
    
 
    
Dularchand Yadav Murder Case: बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद हालात बिगड़ गए हैं। जानकारी के अनुसार, शव यात्रा के दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हुई, जिसके बाद गोलीबारी और पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने अनंत सिंह सहित अन्य पर हत्या का मामला दर्ज किया है।
मोकामा के तारतार गांव में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद भारी तनाव की स्थिति बनी हुई है। दुलारचंद यादव मोकामा से जनसुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी उर्फ लल्लू मुखिया के समर्थन में लगातार प्रचार कर रहे थे और इस दौरान वह बाहुबली और एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे थे। गुरुवार को तारतार गांव में उनकी पहले लाठी-डंडों से पिटाई की गई और फिर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
दुलारचंद की हत्या के बाद उनके समर्थक जब डेड बॉडी लेकर लौट रहे थे, तभी स्थिति और बिगड़ गई। पंडारक के पास दुलारचंद के समर्थकों और दूसरे पक्ष के लोगों में भिड़ंत हो गई। दुलारचंद के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने पत्थरबाजी और फायरिंग शुरू कर दी। मोकामा के टाल क्षेत्र में अब भी अत्यधिक टेंशन है। मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद बवाल भी हुआ है।
दुलारचंद के परिवार ने सीधे तौर पर अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर हत्या का आरोप लगाया है। दुलारचंद यादव के पोते रविरंजन ने कहा कि उनके दादा लोकतांत्रिक तरीके से अनंत सिंह के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके दादा की हत्या कर दी गई है, और उन्हें डर है कि उनकी भी हत्या हो सकती है। रविरंजन ने जोर देकर कहा, “हम लोग पढ़े-लिखे हैं, एके-47 वाले नहीं हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके दादा ने हमेशा जनता की आवाज उठाई, लेकिन पुलिस-प्रशासन मौन है और असली अपराधियों को बचाया जा रहा है। दुलारचंद यादव के घर की महिलाओं ने भी पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि अनंत सिंह ने ही उनकी हत्या करवाई है।
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परिवार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में बाहुबली नेता और एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। दुलारचंद की हत्या के बाद तारतार गांव में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। दुलारचंद यादव टाल के एक गैंगस्टर थे जो बाद में अनंत सिंह के लिए चुनौती बन गए थे।






