राहुल गांधी, फोटो: सोशल मीडिया
Rahul Gandhi raised Political Donations issue: राहुल गांधी ने गुमनाम राजनीतिक पार्टियों को 4300 करोड़ रुपये चंदे मिलने के मामले में चुनाव आयोग को आड़े हाथों लेते हुए जांच की मांग की है और तंज कसा है कि क्या आयोग नियम बदलेगा या फिर चुप्पी साधे रहेगा।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “गुजरात में कुछ ऐसी अनाम पार्टियां हैं जिनका नाम किसी ने नहीं सुना- लेकिन 4300 करोड़ का चंदा मिला है।”
राहुल गांधी ने आगे सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग इन सवालों का जवाब देगा या फिर पहले की तरह एफिडेविट मांगने या कानून बदलने का रास्ता अपनाएगा ताकि ऐसी जानकारी को भी गोपनीय बनाया जा सके। राहुल ने लिखा, “इन पार्टियों ने बहुत ही कम मौकों पर चुनाव लड़ा है या उन पर खर्च किया है। ये हजारों करोड़ आए कहां से? चला कौन रहा है इन्हें? और पैसा गया कहां?”
एक ताजा मीडिया रिपोर्ट में यह सामने आया कि गुजरात की 10 अनजान राजनीतिक दलों को बीते पांच सालों में करीब 4300 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। खास बात यह है कि इन पार्टियों ने न तो कोई बड़ा चुनावी प्रदर्शन किया और न ही इनका नाम सार्वजनिक चर्चाओं में रहा है। रिपोर्ट के अनुसार इन दलों को 23 लोगों ने चंदा दिया और इनके कुल वोटों की संख्या 54,069 ही रही।
राहुल गांधी ने इस पूरे मामले को लेकर चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आयोग को इस धन के स्रोत, उपयोग और इन पार्टियों के पीछे काम कर रहे लोगों की जांच करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि क्या चुनाव आयोग फिर से कानून बदलकर इस तरह की जानकारी छिपाने की कोशिश करेगा?
यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। बीते कुछ समय से वे आयोग पर पक्षपात के आरोप लगाते आए हैं। हाल ही में उन्होंने वोट चोरी और एसआईआर जैसे मुद्दों को लेकर भी आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया था और वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत की थी। उन्होंने पहले यह भी आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग बीजेपी के लिए चुनाव जिताने का माध्यम बन चुका है।
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इस ताजा विवाद ने भारत में राजनीतिक चंदे और चुनावी पारदर्शिता को लेकर फिर से बहस छेड़ दी है। जहां प्रमुख दलों के चंदे पर अक्सर निगरानी की जाती है, वहीं गुमनाम या कम चर्चित पार्टियों को मिलने वाला भारी भरकम चंदा सवालों के घेरे में आ रहा है।
#WATCH | Muzaffarpur, Bihar | Addressing during the ‘Voter Adhikar Yatra’, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, “This (Vote Chori) first began in Gujarat before 2014. And they brought it to the national level in 2014. Gujarat Model is not an economic model; it is a model of ‘Vote… pic.twitter.com/0hOuh0L4rJ
— ANI (@ANI) August 27, 2025