भाजपा सांसद गिरिराज सिंह (सौ. सोशल मीडिया)
Giriraj Singh’s Controversial Statement: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रचार के बीच सियासी बयानबाजी ने जोर पकड़ लिया है। भाजपा के फायर ब्रांड नेता और सांसद गिरिराज सिंह के एक बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है, जिस पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि गिरिराज सिंह को ‘मानसिक रूप से अस्वस्थ’ घोषित कर देना चाहिए।
दरअसल, एक चुनावी रैली में गिरिराज सिंह ने एक मौलवी से बातचीत का किस्सा सुनाते हुए कहा, ‘मैंने मौलवी साहब से पूछा क्या आपको आयुष्मान कार्ड मिला? उन्होंने कहा हां। फिर पूछा, क्या इसमें हिंदू-मुस्लिम का भेदभाव हुआ? उन्होंने कहा नहीं। जब मैंने पूछा, क्या आपने मुझे वोट दिया? उन्होंने हां कहा। लेकिन जब खुदा की कसम खाने को कहा तो वे चुप हो गए।’ गिरिराज सिंह ने आगे कहा, ‘जो लोग उपकार नहीं मानते, वे नमक हराम हैं। हमें ऐसे लोगों के वोट नहीं चाहिए।’ॉ
इस बयान के बाद विपक्ष ने भाजपा पर धार्मिक विभाजन फैलाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा कि गिरिराज सिंह की भाषा और सोच लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि गिरिराज सिंह को ‘मानसिक रूप से अस्वस्थ’ घोषित कर देना चाहिए।
#WATCH | Begusarai, Bihar | On his statement in Arwal yesterday, Union Minister Giriraj Singh says, “… Some people say that consuming ‘Haram’ is wrong in their religion. Islam says that consuming free food is ‘Haram’. Are they not taking 5 kg ration? Did both Hindus and Muslims… pic.twitter.com/26UnMAm4uS — ANI (@ANI) October 19, 2025
विवाद बढ़ने के बाद गिरिराज सिंह ने बयान पर सफाई देते हुए कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि इस्लाम में हराम खाना गलत है। तो क्या वे 5 किलो राशन नहीं ले रहे? क्या हिंदू और मुसलमान दोनों को प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, गैस सिलेंडर या नल-जल योजना का लाभ नहीं मिला? इनमें कोई भेदभाव नहीं था।’
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उन्होंने आगे कहा कि ‘भारत किसी धर्म के कानून से नहीं चलेगा, बल्कि देश का कानून सर्वोपरि है। जो लोग बुर्का प्रथा या धार्मिक आधार पर वोट मांगते हैं, वे लोकतंत्र की भावना के खिलाफ काम कर रहे हैं।’