
अमित शाह, फोटो- सोशल मीडिया
Amit Shah in Bihar: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खगड़िया और मुंगेर के बाद नालंदा में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने विरासत के गौरव को वापस लाने और कानून व्यवस्था में सुधार पर बात की।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के नालंदा पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने लोगों को बताया कि नालंदा की पावापुरी में ही 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी ने निर्वाण प्राप्त किया था। उन्होंने विश्व प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय का जिक्र किया, जिसे कुमारगुप्त ने बनवाया था। शाह ने याद दिलाया कि 12वीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी ने इस विश्वविद्यालय को जला दिया था।
अमित शाह ने कहा कि जब बख्तियार खिलजी ने नालंदा विद्यापीठ जलाई, तब इसके पुस्तकालय से 6 माह तक पुस्तकों के जलने का धुआं उठता रहता था। उन्होंने कहा कि यह विनाश का काम बख्तियार खिलजी ने किया था, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से नालंदा विश्वविद्यालय बनाकर हमारे नालंदा की विरासत को गौरव देने का काम किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह एनडीए का शासन है, और अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, नालंदा विश्वविद्यालय को कोई हाथ नहीं लगा सकता। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को दोहराया कि विकास भी, विरासत भी। उन्होंने यह भी बताया कि यहीं पर एआई (AI) और डेटा का नया युग शुरू किया जाने वाला है।
शाह ने बिहार के लिए औद्योगिक विकास की बात करते हुए कहा कि बिहार में अनेक बड़े कारखाने और एग्रो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री लगाई जाएंगी, जो किसानों की आय बढ़ाएगी और औद्योगिक विकास भी सुनिश्चित करेंगी।
शाह ने बिहार में चुनाव के चरणों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि लालू और राबड़ी के जमाने में कानून-व्यवस्था इतनी गिर गई थी कि चुनाव 6-6 चरण में कराने पड़ते थे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश के शासन में 6 चरण की जगह 2 चरण में चुनाव हो रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार फिर एनडीए सरकार बनाने पर, अगली बार एक ही चरण में चुनाव होगा।
लालू यादव और राहुल बाबा को घुसपैठियों में अपना वोट बैंक दिखता है। राहुल बाबा, चाहे जितनी भी घुसपैठिया बचाओ रैली निकाल लो, आप घुसपैठियों को बचा नहीं सकते। pic.twitter.com/FTuLw81aRl — Amit Shah (@AmitShah) October 25, 2025
लालू के बेटे द्वारा कानून व्यवस्था पर उठाए गए सवालों पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि 2005 की तुलना में 2024 में हत्याओं में 20 प्रतिशत की कमी, डकैती की घटनाओं में 80 प्रतिशत की कमी और फिरौती की घटनाओं में 80 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने दावा किया कि 10 साल से बिहार में कोई नरसंहार नहीं हुआ है और बिहार अब सुरक्षित हुआ है।
अमित शाह ने केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को गिनाया। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश ने बिहार की 1.21 करोड़ जीविका दीदी के खातों में 10-10 हजार रुपए एक ही बटन दबाकर ट्रांसफर किए हैं। उन्होंने कहा कि सभी के लिए 125 यूनिट बिजली फ्री की गई है। युवाओं को ग्रेजुएट होने के बाद 2 वर्ष तक 1 हजार रुपए भत्ता मिलेगा। विधवा पेंशन और बुढ़ापे का पेंशन 400 से बढ़ाकर 1100 किया गया। आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 7 हजार से बढ़ाकर 9 हजार किया गया और ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय भी डबल कर दिया गया है।
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उन्होंने परिवारवाद की राजनीति पर हमला करते हुए कहा कि लालू अपने बेटे को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया अपने बेटे को देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। उन्होंने अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि जो परिवार की राजनीति करते हैं, वे अपने बेटे-बेटियों के लिए सरकार चलाते हैं। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार भारत और बिहार के गरीबों के लिए सरकार चलाते हैं। अमित शाह ने बिहार की जनता से आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि वे बिहार को विकसित बिहार बनाकर रहेंगे।






