
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रोहतास का रोपवे (Image- Social Media)
Bihar Rohtas Ropeway Accident: बिहार के रोहतास जिले में कैमूर पहाड़ी पर स्थित ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किले तक जाने के लिए बन रहा रोपवे ट्रायल के दौरान ही गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया। यह हादसा रोहतास के अकबरपुर क्षेत्र में हुआ, जहां रोपवे का परीक्षण किया जा रहा था। ट्रायल के समय रोपवे के कई पिलर अचानक उखड़ गए और यात्रियों को ले जाने वाला केबिन-डोला टूटकर नीचे आ गिरा। देखते ही देखते पूरा स्ट्रक्चर जमीन पर बिखर गया।
गनीमत यह रही कि ट्रायल के दौरान केबिन में कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिससे किसी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई। अगर केबिन में लोग होते तो यह एक बड़ा हादसा बन सकता था। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और वहां काम कर रहे कर्मचारी व अधिकारी हैरान रह गए।
जानकारी के अनुसार, रोपवे का ट्रायल अभियंताओं और तकनीकी विशेषज्ञों की मौजूदगी में किया जा रहा था। जैसे ही खाली केबिन को अकबरपुर की ओर से रोहतासगढ़ किले की दिशा में भेजा गया, वह कुछ ही दूरी पर पहुंचा था कि अचानक एक पिलर गिर पड़ा। इसके बाद एक-एक कर कई पिलर जमीन पर गिरते चले गए। कुछ ही पलों में मशीनों और केबिन सहित पूरा रोपवे सिस्टम पूरी तरह धराशाई हो गया। तेज आवाज के साथ लोहे का ढांचा गिरने से आसपास के लोग भी सहम गए।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया रोहतास में नव निर्मित रोपवे pic.twitter.com/XezgyURKxQ — DOS_Dhanjaya P (@dhnaanjay) December 26, 2025
बताया जा रहा है कि इस रोपवे का निर्माण पिछले छह वर्षों से चल रहा था और इस पर लगभग 13 करोड़ 65 लाख रुपये की लागत आई है। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका शिलान्यास किया था। नए साल पर इसके उद्घाटन की तैयारी चल रही थी।
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स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि रोपवे शुरू होने से रोहतासगढ़ किले तक पहुंचना आसान हो जाएगा और करीब 70 किलोमीटर का घुमावदार रास्ता कुछ ही मिनटों में तय किया जा सकेगा। लेकिन ट्रायल के दौरान ही रोपवे के गिर जाने से लोगों की यह उम्मीद टूट गई है और क्षेत्र में निराशा का माहौल बन गया है।






