बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन के दलों से बोली कांग्रेस (फोटो- सोशल मीडिया)
Bihar Mahagathbandhan Seat Sharing Formula: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में नए सहयोगियों के जुड़ने की चर्चा के बीच सीट बंटवारे को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने गठबंधन के अपने साथियों को एक स्पष्ट संदेश दिया है कि नए दलों को जगह देने के लिए सभी को त्याग करना होगा। साथ ही, पार्टी ने सीट वितरण के लिए एक नया फॉर्मूला पेश किया है, जिसमें ‘अच्छी’ और ‘बुरी’ सीटों के बीच संतुलन बनाने की बात कही गई है। यह बयान बिहार की राजनीति में सीट बंटवारे की बातचीत को और दिलचस्प बना सकता है।
यह पूरी चर्चा हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और पशुपति कुमार पारस की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के महागठबंधन में शामिल होने की खबरों के बाद शुरू हुई है। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पार्टी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि अगर गठबंधन का विस्तार होता है, तो सभी मौजूदा सहयोगियों को नए साथियों के लिए अपनी कुछ सीटें छोड़नी होंगी। इस दौरान उनके साथ बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और विधायक दल के नेता शकील अहमद खान भी मौजूद थे।
कांग्रेस नेता कृष्णा अल्लावरु ने साफ किया कि पार्टी का मकसद ज्यादा या कम सीटें लेना नहीं है, बल्कि गठबंधन को मजबूत करना है। उन्होंने कहा, “हम शुरू से ही कहते आ रहे हैं कि अगर गठबंधन में नई पार्टियां शामिल होती हैं तो सभी सहयोगियों को अपनी-अपनी सीटों से योगदान देना होगा और उसके बाद ही नए सहयोगियों को जगह दी जाएगी।” यह बयान गठबंधन के बड़े दलों पर नए सहयोगियों के लिए सीटें समायोजित करने का दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है, ताकि किसी एक दल पर इसका बोझ न पड़े।
यह भी पढ़ें: वाड्रा की लंका लगाने वाले खेमका की रिपोर्ट से हरियाणा में हड़कंप, करोड़ों के घोटाले का खुलासा
सीट बंटवारे का एक नया पहलू सामने रखते हुए अल्लावरु ने कहा कि हर राज्य में कुछ अच्छी (जीतने की अधिक संभावना वाली) और कुछ बुरी सीटें होती हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, “ऐसा नहीं होना चाहिए कि एक पार्टी को सारी अच्छी सीटें मिलें और दूसरी को बुरी। सीट बंटवारे में अच्छी और बुरी सीटों के बीच संतुलन होना चाहिए।” यह प्रेस वार्ता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की बिहार के नेताओं के साथ हुई बैठक के ठीक एक दिन बाद हुई। इस दौरान अल्लावरु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा।