मतगणना के लिए चुनाव आयोग की सुरक्षा चाकचौबंद (फोटो- सोशल मीडिया)
Bihar election result EC security arrangements: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों का दिन आ गया है। कल (शुक्रवार, 14 नवंबर) सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। यह फैसला होगा कि क्या नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे या तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला महागठबंधन कोई बड़ा उलटफेर करेगा। लेकिन इस फैसले की पूर्व संध्या आरोपों-प्रत्यारोपों और तनाव से भरी रही। एक तरफ जहां NDA जीत के जश्न की तैयारी में है, वहीं राजद ने “चुनावी धोखाधड़ी” की आशंका जताकर माहौल गरमा दिया है।
चुनाव आयोग ने इन आरोपों के बीच मतगणना के लिए पहले से कुछ तैयारी की है। सभी 38 जिलों के 46 मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। स्ट्रांगरूम, जहां ईवीएम मशीनें रखी हैं, उन्हें “डबल-लॉक सिस्टम” से सील किया गया है। इन केंद्रों पर दो-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। भीतरी घेरे की जिम्मेदारी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को दी गई है, जबकि बाहरी घेरा राज्य पुलिस के हवाले है। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है।
विपक्ष, खासकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग की निष्ठा पर उठाए गए सवालों के बाद, पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर खास जोर दिया जा रहा है। चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, पूरी गिनती प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाएगी। यह सब केंद्रीय चुनाव आयोग के पर्यवेक्षकों और उम्मीदवारों द्वारा नियुक्त एजेंटों की उपस्थिति में होगा। इस बीच, 16 नवंबर तक चुनाव आचार संहिता लागू रहेगी। पटना के जिलाधिकारी ने किसी भी तरह के जुलूस, राजनीतिक बैठकों या प्रदर्शनों पर पूरी तरह से रोक लगाने के निषेधाज्ञा आदेश जारी कर दिए हैं।
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मतगणना से पहले आए ज्यादातर एग्जिट पोल सत्तारूढ़ एनडीए को स्पष्ट बहुमत दे रहे हैं। हालांकि, एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में एक दिलचस्प पेंच भी है। जहां इसने एनडीए को 121 से 141 सीटों का अनुमान दिया है, वहीं इसने राजद को 67-76 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनने की भविष्यवाणी भी की है। एनडीए ने अपने अभियान में कल्याणकारी योजनाओं और राजद शासन के ‘जंगल राज’ की याद दिलाई, जबकि महागठबंधन ने ‘सामाजिक न्याय’ और ‘लोकतंत्र पर खतरे’ को अपना मुख्य मुद्दा बनाया था। यह भी गौर करने वाली बात है कि इस बार राज्य में रिकॉर्ड 67% मतदान हुआ है, जो 1951 के बाद सबसे ज्यादा है।