
कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
Bihar Politics: बिहार में की चुनावी बयार में तेजस्वी यादव की रफ्तार ने सभी को चौंका दिया है। आरजेडी नेता और महागठबंधन की तरफ से सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव एक-एक दिन में 18-20 चुनावी रैलियां करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उनकी इस रफ्तार ने विरोधी दलों के साथ सियासी पंडितों को भी पस-ओ-पेश में डाल दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के आखिरी दौर से पहले तेजस्वी यादव ने अपने अभियान की रफ्तार बढ़ा दी है। एक तरफ बीजेपी के दिग्गज पीएम मोदी और अमित शाह जहां दिन तीन से चार चुनावी रैलियां कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव एक दिन में 17-20 जनसभाएं कर दे रहे हैं।
शनिवार को भी तेजस्वी के चुनावी कार्यक्रम में 20 जनसभाएं रखी गई हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि तेजस्वी यादव आखिर इतनी चुनावी रैलियां कैसे कर पा रहे हैं? इसके पीछे का रहस्य क्या है? और इससे उन्हें फायदा मिलेगा या फिर नुकसान होने वाला है?
इन सवालों का जवाब तेजस्वी यादव की आज की गई एक जनसभा ने ही दे दिया है। दरअसल, तेजस्वी जब शनिवार को बिहार के जमुई में चुनावी रैली के लिए पहुंचे तो महज तीन मिनट में ही कार्यकर्ताओं को संदेश देकर वापस दूसरी रैली के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए।
जमुई में हुई उनकी सभा सिर्फ 3 मिनट की रही, लेकिन उतने समय में उन्होंने भीड़ से वह सब कह दिया, जिसे पूरे संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। तेजस्वी ने मंच पर पहुंचते ही सीधा कहा कि “सरकार बदलिए, हम नौकरियां देने जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि आप लोग लालटेन जलाइए, हम आपके बीच फिर सरकार बनाकर लौटेंगे।
तेजस्वी का हेलीकॉप्टर उतरते ही जमुई में माहौल गरमा गया। “बिहार का मुख्यमंत्री कौन? तेजस्वी यादव” और “बिहार मांगे बदलाव” जैसे नारे भीड़ में गूंज उठे। मंच पर पहुंचकर तेजस्वी ने महागठबंधन प्रत्याशी को माला पहनाई, जनता से समर्थन की अपील की और अपने अगले कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए।
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शुक्रवार को 17 जनसभाएं करने के बाद, तेजस्वी की शनिवार को 20 जनसभाएं निर्धारित हैं। अब उनका पूरा प्रचार अभियान तेज़ हवाई यात्राओं और छोटी, सीधी बैठकों पर टिका है। वह हर सभा में लगभग पांच मिनट बोलते हैं और फिर तुरंत आगे बढ़ जाते हैं। उनके साथ हर जगह एक वाहन और एक हेलीकॉप्टर तैनात है। उनकी इस रणनीति से फायदा पहुंचेगा या नुकसान होगा इसका जवाब तो 14 नवंबर की तारीख ही दे पाएगी।






