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लखनऊ: लंदन और अबू धाबी की तर्ज पर जल्द ही हमारे देश में भी पॉड टैक्सी सर्विस शुरू की जाएगी। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने नोएडा शहर में पॉड टैक्सियों को मंजूरी दी थी। इस पॉड टैक्सी का इस्तेमाल देश में पहली बार उत्तर प्रदेश में किया जाएगा। 14.6 किलोमीटर के इस कॉरिडोर की डीपीआर भी तैयार हो चुकी है। इस योजना की अनुमानित लागत 641.53 करोड़ रुपये होगी। डबल ट्रैक का इस्तेमाल करने वाली पॉड टैक्सी को बनने में एक साल का समय लगेगा।
उत्तर प्रदेश में निर्माणाधीन नई फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट रूट पर पॉड टैक्सियों को मंजूरी मिल गई है। इस पॉड टैक्सी के 14.6 किमी डबल ट्रैक के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है। इस परियोजना के लिए लंदन और अबू धाबी पॉड टैक्सी मॉडल का अध्ययन किया गया है। इस परियोजना के मार्च 2026 तक पूरा होने की बात कही जा रही है। आने वाले हफ्तों में पॉड टैक्सी के निर्माण के लिए वैश्विक निविदा जारी की जाएगी। जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने के लिए देश में पहली बार पॉड टैक्सी अवधारणा लागू होने जा रही है। यह पूरी तरह से ड्राइवरलेस टैक्सी है और लंदन और अबू धाबी के बाद यूपी में प्रवेश करेगी। हवाईअड्डे और फिल्म सिटी के बीच एक पर्सनल रैपिड ट्रांजिट (पीआरटी) योजना चलाने की योजना है। पॉड टैक्सी की डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉरपोरेशन लिमिटेड को सौंपी गई है।
देश की पहली पॉड टैक्सी नोएडा एयरपोर्ट से फिल्मसिटी के बीच चलेगी। नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक के 14 किमी के रूट का निर्माण इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। इस रूट पर कुल 12 स्टेशन होंगे। इस ड्राइवरलेस पॉड टैक्सी में 12 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर यमुना अथॉरिटी को सौंप दी गई है। यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने कहा कि डीपीआर अब यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को मंजूरी के लिए भेजा गया है। इसके बाद प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा।