
Tata Nexon vs Maruti Victoris में क्या है खास। (सौ. Design)
Nexon Vs Victoris Safety Comparison: भारत में टाटा मोटर्स को लंबे समय से उनकी बेहतरीन बिल्ड क्वालिटी के लिए सराहा जाता रहा है। कई बार सामने आए क्रैश वीडियो में देखा गया है कि टाटा की कारों में बैठे लोग बिना चोट के बाहर निकल आते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मारुति सुजुकी जैसे अन्य निर्माता भी कारों की स्ट्रक्चरल सेफ्टी पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। उत्तराखंड से सामने आई एक नई घटना ने इस बहस को और तेज कर दिया है, जहाँ मारुति विक्टोरिस और टाटा नेक्सन की आमने-सामने की टक्कर ने दोनों ब्रांडों की सुरक्षा क्षमता पर ताज़ा सवाल खड़े कर दिए।
“Dehradun Wale Official” द्वारा इंस्टाग्राम पर साझा किए गए वीडियो में दिखाई देता है कि अल्मोड़ा के पहाड़ी रास्ते पर मारुति विक्टोरिस और टाटा नेक्सन की जोरदार भिड़ंत हुई। वीडियो की शुरुआत विक्टोरिस के पिछले हिस्से से होती है, जिससे संकेत मिलता है कि मोड़ पर उसकी टक्कर नेक्सन से हुई। इसके बाद कैमरा उस नेक्सन पर जाता है जो पुराने प्री-फेसलिफ्ट मॉडल जैसा दिख रहा है।
टाटा नेक्सन के दाहिने आगे के हिस्से पर गंभीर डैमेज देखा गया। बोनट अंदर की ओर दबा हुआ मिला, जबकि बंपर, हेडलाइट, फेंडर और फॉग लैंप पूरी तरह टूट चुके थे। ड्राइवर साइड का फ्रंट व्हील भी प्रभावित दिखा। यह टाटा जैसी मजबूत कारों में कम देखने को मिलता है, क्योंकि सामान्यतः नेक्सन ऐसी टक्कर में कम नुकसान झेलती है। यह घटना शायद हादसे की गंभीरता को दर्शाती है।
सबको चौंकाते हुए मारुति विक्टोरिस इस भिड़ंत में कम क्षतिग्रस्त दिखी। बंपर, फेंडर और हेडलाइट को छोड़कर कार बड़े पैमाने पर सुरक्षित रही और पहिए भी प्रभावित नहीं हुए। हैरानी की बात यह रही कि टक्कर के बावजूद विक्टोरिस काम करने की स्थिति में दिखाई दी।
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टाटा नेक्सन का यह पुराना मॉडल ग्लोबल NCAP में पहले ही 5-स्टार रेटिंग हासिल कर चुका है, हालांकि उस समय के टेस्ट मानक आज से अलग थे। इसके बावजूद नेक्सन आज भी एक मजबूत और सुरक्षित SUV मानी जाती है। एक अकेला हादसा इसकी सुरक्षा क्षमता को कम नहीं कर सकता। दूसरी ओर, मारुति सुजुकी विक्टोरिस ब्रांड की पहली ऐसी SUV है जिसने ग्लोबल NCAP में 5-स्टार रेटिंग पाई है एडल्ट सेफ्टी में 31.66/32 और चाइल्ड सेफ्टी में 43/49 अंक। यह स्कोर मारुति की सुरक्षा नीति में आए जबरदस्त सुधार को दर्शाते हैं।
अक्सर लोग कार के पैनल दबाकर उसकी मजबूती आंकने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह गलत तरीका है। पैनल को फ्लेक्सिबल बनाया जाता है, ताकि वह हल्की टक्कर झेल सके। वास्तविक सुरक्षा कार के मजबूत स्ट्रक्चर और क्रैश-एब्जॉर्प्शन इंजीनियरिंग से मिलती है जिसका आकलन क्रैश टेस्ट रेटिंग से ही सही तरीके से किया जा सकता है।






