
मैपमाइइंडिया के सीईओ रोहन वर्मा (सोर्स:- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: ओला मैप को लेकर इन दिनों एक अलग विवाद शुरू हो गया है, जहां घरेलू डिजिटल नेविगेशन कंपनी मैपमाईइंडिया के सीईओ ने ओला मैप को एक नौटंकी बताते हुए रातों-रात बनने वाले उत्पादों से सावधान रहने के लिए लोगों को अगाह किया है।
मैपमाईइंडिया के सीईओ और कार्यकारी निदेशक रोहन वर्मा ने मूल कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज के भारत का नेविगेशनल मैप विकसित करने के दावे पर सवाल उठाते हुआ है, इसके साथ ही ओला इलेक्ट्रिक कंपनी को नोटिश भेजा है।
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ओला कंपनी को लेकर एक साक्षात्कार में मैपमाईइंडिया के सीईओ और कार्यकारी निदेशक रोहन वर्मा ने ओला के इस दावे पर सवाल उठाया कि यह नक्शा एक स्टार्टअप जियोस्पोक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आपूर्ति किया गया था, जिसे अधिग्रहित कर एएनआई टेक्नोलॉजीज की सहायक कंपनी बना दिया गया था।
जानकारी के लिए बता दें कि रोहन वर्मा ने कहा कि इसके वित्तीय रिकॉर्ड के आधार पर, भारत जैसे बड़े देश के लिए डिजिटल नेविगेशनल मैप विकसित करने के लिए भारी निवेश और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
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इसके साथ ही मैपमाईइंडिया के सीईओ रोहन वर्मा ने ओला मैप्स की खराब गुणवत्ता के कारण कंपनी के व्यवसाय को किसी भी तरह के खतरे से इनकार करते हुए कहा कि हमें कोई व्यावसायिक जोखिम नहीं दिखता क्योंकि हमें वहां से कोई अच्छा उत्पाद आता नहीं दिख रहा है। लोग लगातार उनके (ओला) अपडेटेड कैब ऐप, उनके अपडेटेड इलेक्ट्रिक वाहन ऐप के बारे में शिकायत कर रहे हैं कि उनके नक्शे बहुत खराब हैं और उपयोगकर्ताओं को परेशानी हो रही है। हर कोई जानता है कि ये सिर्फ घोषणाएं और नौटंकी हैं, लेकिन उस उत्पाद की गुणवत्ता के बारे में नहीं।






