FWD, RWD and 4WD का क्या मतलू होता है। (सौ. Freepik)
अगर आप नई कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो सिर्फ लुक और माइलेज ही नहीं, बल्कि कार में मिलने वाली टेक्नोलॉजी और ड्राइविंग मोड्स की भी पूरी जानकारी होना बेहद जरूरी है। इन ड्राइविंग सेटअप्स का आपकी ड्राइविंग एक्सपीरियंस और परफॉर्मेंस पर सीधा असर पड़ता है। बिना समझदारी के कार चुनना बाद में पछतावे की वजह बन सकता है।
बहुत सी कारों पर आपने FWD, RWD या 4WD जैसे शब्द लिखे देखे होंगे। ये कोई सजावट के लिए नहीं होते, बल्कि इनका सीधा संबंध कार के इंजन और पहियों के बीच पावर ट्रांसफर से होता है। आइए जानते हैं इन शब्दों का मतलब और किस मोड की किस परिस्थिति में होती है सबसे ज्यादा जरूरत।
FWD का मतलब है फ्रंट व्हील ड्राइव। इस सिस्टम में कार का इंजन सीधे आगे के दोनों पहियों को पावर भेजता है। यह सेटअप आमतौर पर फैमिली कारों और कॉम्पैक्ट गाड़ियों में दिया जाता है।
RWD का फुल फॉर्म है रियर व्हील ड्राइव। इस तकनीक में इंजन से पावर सीधे पीछे के पहियों तक जाता है।
4WD यानी फोर व्हील ड्राइव, जिसे 4×4 के नाम से भी जाना जाता है। इसमें इंजन से चारों पहियों को एक साथ पावर मिलती है।
कार खरीदने से पहले उसके ड्राइविंग मोड को समझना बेहद जरूरी है। हर सेटअप की अपनी खासियत होती है और आपके उपयोग के आधार पर सही विकल्प का चुनाव करना ही समझदारी है।