-सीमा कुमारी
जैसा कि हम जानते हैं, जीरा एक तरह का मसाला है। इसे भारत में बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जाता है। यह व्यंजन को अच्छा स्वाद देता है। भोजन बनाने में जीरे का उपयोग साबुत बीज और पाउडर, दोनों रूपों में किया जाता है, इसका वैज्ञानिक नाम “क्यूमिनम सायमिनम” है। इस मसाले को अंग्रेजी में “क्यूमिन” , तेलुगु में “जीलकारा”, तमिल में “जीरगम”, मलयालम में “जीरकम”, कन्नड़ में “जीरिगे”, गुजराती में “जीरू”, मराठी में “जीरे” और बंगाली में “जीरा या जीरे” कहते हैं।
जीरे में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व और खनिज पदार्थों होते हैं, इसमें आयरन, कैल्शियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस आदि की अच्छी मात्रा होती है। इसमें उपलब्ध विटामिन जैसे थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के और विटामिन बी6 इसे इतना फायदेमंद बनाते हैं। इसके अलावा जीरे में तांबा, जस्ता, और पोटेशियम जैसे खनिज भी अल्प मात्रा में होते हैं। इन सभी खनिज पदार्थों और पोषक तत्वों के कारण जीरा हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
हम लोग अपने रोज़ाना इस्तेमाल के लिए जीरा पाउडर को बाजार से खरीदते हैं, लेकिन बाजार में मिलने वाले जीरा पाउडर में मिलावट होती है। क्योंकि बाजार में मिलने वाला जीरा पाउडर रसायनों से दूषित हो सकता है। जो आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है, तो आप अपने घर में ही जीरा पाउडर बना सकते है।
चलिए जानते हैं कैसे बनाये घर में जीरा पाउडर …
जीरा के फ़ायदा: आप मशाले के अलावा जीरा का औषधियाँ के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं।