(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Gadchiroli Traffic News: गड़चिरोली जिला मुख्यालय में नवरात्र का उत्सव बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है। शहर के विभिन्न वार्डों में दुर्गा माता और शारदा माता की मूर्तियों की स्थापना कर उत्सव मंडल द्वारा गरबा, डांडिया समेत विभिन्न उपक्रम चलाये जाते है। विशेषत: शाम के समय आयोजित होने वाले गरबा, डांडिया स्पर्धा को देखने लिए अनेक नागरिक वाहन लेकर मंडल स्थल पर पहुंचते है।
नवरात्रि में शहर में लोगों के साथ ही वाहनों की संख्या बढ़ जाती है। जिसके कारण यातायात की समस्या निर्माण होने के मद्देनजर 22 सितंबर से 2 अक्टूबर की अवधि में नवरात्र उत्सव के दौरान यातायात अबाधित रखने के लिए शहर यातायात विभाग द्वारा शहर के मुख्य चौक समेत प्रमुख मार्गों पर यातायात कर्मचारियों को तैनात किया गया था।
इस अवधि में यातायात नियमों को ताक पर रखकर वाहन चलाने वाले करीब 846 वाहनों पर कार्रवाई कर वाहनधारकों से करीब 1 लाख 36 हजार 750 रुपयों का जुर्माना ठोका गया है। जिनमें से 53 हजार 600 रुपये रकम वसूला गया और 83 हजार 150 रुपये जुर्माना बाकी है।
नवरात्र अवधि में शहर मुख्यालय में यातायात की समस्या निर्माण न हो, इसलिए शहर के मुख्य चौक समेत प्रमुख मार्गों पर यातायात कर्मी तैनात किये गये थे। नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहनधारकों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया यातायात विभाग के प्रभारी अधिकारी सहायक पुलिस निरीक्षक शरद मेश्राम के मार्गदर्शन में यातायात कर्मचारियों ने की है।
नवरात्रि अवधि में यातायात विभाग द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की मुहिम चलाई गयी। जिसमें करीब 846 वाहनों पर कार्रवाई की गई है।
इसमें ड्रंक एंड ड्राइव मामले में 33 वाहनधारकों पर कार्रवाई, नो-पार्किंग में खड़े 3 वाहन, इसके अलावा यातायात नियमों को तोड़ने वाले करीब 685 दोपहिया का चालान काटा गया। वहीं 6 कार, 39 सूमो, 47 (मेटॉडोर, पिकअप, टेम्पो), 7 ट्रक, 2 काली-पीली, 5 ट्रैवर्ल्स और 1 जेसीबी का समावेश है।
यह भी पढ़ें:- गड़चिरोली में 2 नगर परिषद और 5 नगर पंचायतों को नेतृत्व करेंगी महिलाएं, नये चेहरों को मौका मिलने की उ
नवरात्रि उत्सव के बाद शुक्रवार से लेकर रविवार तक शहर में दुर्गा माता और शारदा माता की मूर्तियों का विसर्जन शहर के चंद्रपुर मार्ग पर स्थित मुख्य तालाब में किया गया। देवियों की मूर्तियों का विर्सजन देखने के लिए गड़चिरोली शहर समेत परिसर के विभिन्न गांवों के लोग वाहन में सवार होकर जिला मुख्यालय में पहुंच रहे थे।
ऐसे में लोगों की भीड़ बढ़ने के कारण शाम के समय शहर की सड़कों पर यातायात की समस्या गंभीर हो रही थी। बावजूद इसके मुख्य चौक समेत प्रमुख मार्गों पर तैनात यातायात कर्मचारियों को यातायात अबाधित रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके कारण लगातार तीन दिनों तक हुए विर्सजन की प्रक्रिया शहर में शांतिपूर्ण ढंग से हो पायी।