नागपुर. कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण में न केवल बाधित परेशानी में है, बल्कि मेयो और मेडिकल जैसे अस्पताल में संबंधित को भर्ती कराने के बाद परिजन भी परेशान हो रहे हैं. एक ओर इलाज की जद्दोजेहद तो दूसरी ओर किसी भी तरह की आवश्यकता के लिए हर समय यहां मौजूद रहनेवाले परिजनों को भोजन के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. इससे मेयो और मेडिकल में प्राथमिक स्तर पर कम से कम 500-500 शिव भोजन थाली शुरू करने की मांग विदर्भ वैद्यकीय महाविद्यालय व स्वास्थ्य सेवा कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष त्रिशरण सहारे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की.
मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में उन्होंने कहा कि मेयो और मेडिकल में न केवल शहर बल्कि आसपास के गांवों से भी मरीज आ रहे हैं. विशेष रूप से इनके परिवारों को परेशानी है. परिजन मेडिकल या मेयो परिसर में कहीं भी रह तो रहे हैं लेकिन विशेष रूप से भोजन के प्रबंध को लेकर परेशानी झेल रहे हैं.
सीएम को भेजे गए पत्र में सहारे ने कहा कि गत समय भाजपा की ओर से मेयो और मेडिकल में दीनदयाल थाली शुरू की गई थी. सरकार की मंजूरी के बिना ही दोनों अस्पतालों में डीन ने दीनदयाल थाली चलाने वाली संस्था को 1,000 से 2,000 वर्गफुट जमीन उपलब्ध कराई. लंबे समय से दीनदयाल थाली बंद हो गई है. किंतु संस्था ने परिसर मुक्त नहीं किया. चूंकि परिसर में थाली शुरू करने की व्यवस्था बनी हुई है. अत: यहां पर शिव भोजन थाली शुरू हो सकेगी. इससे बाहर गांव से आनेवाले जरूरतमंद परिजनों को 10 रु. में भरपेट स्वादिष्ट भोजन मिल सकेगा. मजदूर और गरीब वर्ग को सस्ती दरों में भोजन उपलब्ध कराए जाने से कुछ हद तक राहत दी जा सकेगी.
पत्र में उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संक्रमण की कड़ी को खंडित करने लिए सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की है. इसके अनुसार सभी हॉकर्स और खानपान की दूकानें बंद हैं. केवल होम डिलीवरी तो है लेकिन गांवों से आनेवाले गरीब लोगों के लिए होम डिलीवरी जैसी सेवा लेना संभव नहीं है. इसके अलावा शहर के भी गरीब वर्ग के लोगों की वित्तीय स्थिति खराब है. उन्हें भी इस शिव भोजन थाली का लाभ मिल सकेगा. दोनों अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए लंबी कतार भी लगी हुई है. नंबर लगने का इंतजार करने वालों को भी शिव भोजन थाली उपलब्ध हो सकेगी.