जितेंद्र आव्हाड ने मांगी माफी
नई दिल्ली/मुंबई: आखिरकार भगवान राम पर दिए अपने विवादित बयान के लिए NCP और शरद गुट के नेता जितेंद्र आह्वाड (Jitendra Awhad) ने डिफेंसिव मोड पर चलते हुए माफी मांगी है। आज माफ़ी मागते हुए उन्होंने कहा कि, राम हमारे जुबान पर नहीं बल्कि वे हमारे दिल में हैं। मैं कभी इतिहास को तोड़मरोड़ के नहीं कहता। भगवान राम तो हमारे प्रभु हैं। मैंने कल कहा था भगवान राम मांसाहारी थे। मुझे विवाद को बढ़ाना नहीं है,।” हालांकि फिर उन्होंने इस में यह भी जोड़ा की वाल्मीकि रामायण में इस मामले की लेकर कुछ पंक्ति है।
उन्होंने आगे कहा कि, “उसमें क्या लिखा है वो नहीं पढूंगा, जिसको पढ़ना है पढ़ ले। कई पब्लिकेशन ने उसे लेकर छापा है। वाल्मीकि रामायण के बारे में किसी को हस्तक्षेप है तो बताए। मैं कोई भी बात बिना तथ्यों के नहीं बोलता हूं। लेकिन यहां तथ्य का महत्व नहीं है। लोग भावना को महत्व देते हैं इसलिए मैं कहता हूं की अगर किसी का दिल दुखा है तो मैं माफी मांगता हूं। अपना खेद व्यक्त करता हूं।उन्होंने आगे कहा कि, मेरा मानना है कि जिसके पास लॉजिक नहीं होता है वो इस तरह से काम करते हैं। अरे वो हमारे प्रभु राम हैं, सबके राम हैं और उन्होंने 14 साल वनवास किया है। राम हमारे जुबान पर नहीं बल्कि दिल में हैं।
गौरतलब है कि आव्हाड को अपने उस बयान पर माफी मांगना पड़ी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि, ‘भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे। 14 साल तक जंगल में रहने वाला व्यक्ति शाकाहारी भोजन खोजने के लिए कहां जाएगा। क्या यह सही है या नहीं?’ इस बयान के बाद भारी बवाल मचा। BJP ने आव्हाड के खिलाफ मुंबई में शिकायत दर्ज करवाई।