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नई दिल्ली. आज 15 जनवरी को आने वाले आगामी आर्मी-डे (Army Day) से पहले थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pandey) ने राजधानी दिल्ली (Delhi) में सालाना प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया है।
अपने संबोधन में आज थलसेना प्रमुख ने उत्तरी सीमा पर स्थिति को पूर्ण नियंत्रण बताया। उन्होंने कहा कि, सीन से सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर लगातार बातचीत हो रही है। फिलहाल यहां स्थिति बिल्कुल नियंत्रण में है। इसके साथ ही उनका साफ़ कहना था कि, भारत की सेना हर मुश्किल, हर हालत से निपटने के लिए अपनी तरफ से पूरी तरह तैयार भी बैठी है।
We carried out an analysis of what lessons are there for us at operational, strategical & tactical levels. We’ve to contextualise these lessons. We’ve incorporated them in terms of larger weapons platform, cyberspace etc: Army Chief on the Russian invasion of Ukraine pic.twitter.com/Lrzu5XGVJL
— ANI (@ANI) January 12, 2023
आज जनरल मनोज पांडे ने आगे बोलते हुए कहा कि, उत्तरी सीमाओं पर स्थिति स्थिर है लेकिन अप्रत्याशित है। हम सात मुद्दों में से पांच को हल करने में सफल रहे हैं। हमने सैन्य और राजनयिक दोनों स्तरों पर बात करना जारी रखा हुआ है। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त भंडार है।
वहीं जम्मू-कश्मीर पर उनका कहना था कि, जहां तक जम्मू-कश्मीर की स्थिति का सवाल है, फरवरी 2021 में हुआ संघर्ष विराम अच्छी तरह से चल रहा है, लेकिन आतंकवाद और आतंकी ढांचे को सीमा पार से समर्थन अभी भी बना हुआ है।
इसके साथ ही जोशीमठ भू-धंसाव पर सेना प्रमुख ने आज कहा कि, हमने अस्थाई तौर पर अपने जवानों को स्थानांतरित किया है। अगर जरूरत पड़ी तो हम औली में अपने जवानों को स्थाई तौर पर तैनात करेंगे। जोशीमठ से माणा जाने वाली रोड पर कुछ दरारें हैं जिसे BRO ठीक कर रहा है। इससे हमारी ऑपरेशनल रेडीनेस पर कुछ असर नहीं पड़ा है।”
We are keeping a close watch on the situation (in Doklam) and monitoring all the activities taking place there. There is nothing else that I can share: Army Chief General Manoj Pande pic.twitter.com/FvdAvAArCp
— ANI (@ANI) January 12, 2023
उन्होंने आगे कहा कि, “जहां तक स्थानीय लोगों को मदद पहुंचाने की बात है तो हमने अपने अस्पताल, हेलीपैड आदि सिविल प्रशासन को दिए हैं जिससे वे लोगों को अस्थाई तौर पर लोगों को स्थानांतरित कर सकें।”