डोनाल्ड ट्रंप, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नए फैसले के तहत अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। अपने कार्यकारी आदेश में उन्होंने इस संस्था को ‘निराधार’ बताते हुए उस पर कार्रवाई की है। आदेश में कहा गया है कि ICC अक्सर अमेरिका और उसके सहयोगी देश इजराइल के खिलाफ अनुचित और बेबुनियाद कार्रवाई करता है। ट्रंप के इस कदम को दुनिया के लिए एक और चौंकाने वाला फैसला माना जा रहा है।
ट्रंप का यह कदम ऐसे वक्त में आया है जब नेतन्याहू वाशिंगटन की यात्रा पर हैं। मंगलवार को दोनों नेताओं ने व्हाइट हाउस में चर्चा की, जबकि गुरुवार को नेतन्याहू ने कैपिटल हिल में सांसदों से मुलाकात की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। यह कदम अमेरिका के करीबी सहयोगी इजरायल की जांच को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया। गौरतलब है कि न तो अमेरिका और न ही इजरायल इस न्यायालय के सदस्य हैं या इसे मान्यता देते हैं।
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अक्टूबर 2023 में हमास द्वारा किए गए हमलों के बाद इजरायल ने गाजा में सैन्य कार्रवाई की थी, जिसे लेकर ICC ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इस संघर्ष के दौरान इजरायली हमलों में हजारों फिलिस्तीनी, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, मारे गए।
डोनाल्ड ट्रंप ने अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) पर अमेरिका और उसके सहयोगी इजरायल को गलत तरीके से निशाना बनाने का आरोप लगाया गया है। आदेश में कहा गया है कि ICC ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के खिलाफ बिना किसी ठोस आधार के गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं, जो न्यायालय की शक्ति का दुरुपयोग है। इसमें यह भी कहा गया कि ICC का अमेरिका और इजरायल पर कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है और इस तरह की कार्रवाई से एक खतरनाक मिसाल स्थापित हो सकती है।
बता दें कि अब नए आदेश के तहत अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) के अधिकारियों और उनके परिवारों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा, उन लोगों पर भी यह प्रतिबंध लागू होगा जो ICC की जांच में सहयोग कर रहे थे।