मुरीदके एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरें (सोर्स- सोशल मीडिया)
Muridke Airbase Satellite Images: पहलगाम हमले के बाद 7 मई को भारत ने आतंक के आका पाकिस्तान को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर ऐसा जख्म दिया है कि वह अब तक उन जख्मों पर मरहम नहीं लगा पाया है। समय-समय पर उसके रिसते हुए घाव दुनिया के सामने दिख जाते हैं। अब एक बार फिर कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आई हैं।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान के मुरीदके एयरबेस पर हुए हमलों के निशान आज भी साफ दिखाई देते हैं। गूगल अर्थ की नई तस्वीरें दिखाती हैं कि सितंबर 2025 तक दोनों हमले वाली जगहें अभी भी ढकी हुई हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान अभी भी मरम्मत का काम कर रहा है। यह खुलासा भारत की सैन्य ताकत और पाकिस्तान की कमज़ोरी को उजागर करता है।
ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान के अंदर भारत का एक मज़बूत आतंकवाद-रोधी कदम था। भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेसों पर सटीक हमले किए, जिनमें पाकिस्तान का एक महत्वपूर्ण एयरबेस, मुरीदके एयरबेस भी शामिल था। मई के अंत में जारी उपग्रह चित्रों में हमलों से हुए व्यापक नुकसान को स्पष्ट रूप से दिखाया गया था।
मुरीदके एयरबेस पर हमले का मुख्य निशान एक बड़ा गड्ढा था। यह गड्ढा लगभग तीन मीटर चौड़ा था और एयरबेस से सिर्फ़ 30 मीटर की दूरी पर स्थित था, जिसे पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा अत्यधिक गोपनीय माना जाता है। उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरों ने पुष्टि की कि भारत ने सटीक हमला किया था। इस हमले से एयरबेस के बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा, छतें उड़ गईं और इमारतें नष्ट हो गईं।
सितंबर 2025 की गूगल अर्थ तस्वीरों से नई जानकारी सामने आई है। हमले वाली दोनों जगहें—गड्ढा और क्षतिग्रस्त क्षेत्र—अभी भी ढके हुए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान ने मरम्मत जारी रखने के लिए उन्हें तिरपाल या अन्य सामग्री से छिपा दिया था। सरगोधा जैसे अन्य पाकिस्तानी एयरबेसों के रनवे की मरम्मत जून 2025 तक हो गई थी, जबकि मुरीदके में काम धीमी गति से चल रहा है।
पाकिस्तान अपनी फजीहत को पर तिरपाल डाल रहा है। जबकि उसका यह कदम नुकसान की गहराई को दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि भूमिगत सुविधा की मरम्मत में महीनों लग सकते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट है कि मई में हुए हमलों से पाकिस्तानी सुविधाओं को सीमित लेकिन स्पष्ट नुकसान हुआ।
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की वायु शक्ति को कमजोर कर दिया। मुरीदके एयरबेस पर हमले ने न केवल बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया, बल्कि पाकिस्तान के आत्मविश्वास को भी हिला दिया। भारत ने न्यूनतम हताहतों के साथ सटीक हमले किए, जिससे वायु सेना की क्षमता का प्रदर्शन हुआ।
पाकिस्तान ने शुरू में नुकसान को कम करके बताया, लेकिन उपग्रह तस्वीरों ने सच्चाई उजागर कर दी। नूर खान और सरगोधा जैसे अन्य बेस भी प्रभावित हुए। मुरीदके पर ध्यान इसलिए केंद्रित किया जा रहा है क्योंकि यह भूमिगत हथियारों के भंडारण का केंद्र था।
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ये तस्वीरें दिखाती हैं कि मई में हुए हमले के निशान अभी भी बने हुए हैं। पाकिस्तान मरम्मत का काम कर रहा है, लेकिन पूरी तरह से उबरने में समय लगेगा। यह भारत के लिए एक चेतावनी है कि सीमा पर सतर्कता ज़रूरी है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के मज़बूत रुख़ को साबित किया। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी तस्वीरें निगरानी के लिए बेहद अहम हैं। गूगल अर्थ जैसी तकनीकें दुनिया को सच्चाई बताती हैं।