तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ने इजरायल पर लगाए गंभीर, फोटो (सो.सोशल मीडिया)
Israel Gaza Conflict: तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने सोमवार को आरोप लगाया कि इजरायल गाज़ा में बड़े पैमाने पर नरसंहार कर रहा है। उन्होंने इस पूरी हिंसा के लिए सीधे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को जिम्मेदार ठहराया। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए एर्दोगन ने कहा कि इस स्थिति को किसी और नाम से नहीं पुकारा जा सकता, यह साफ तौर पर नरसंहार है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू की वजह हजारों निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या हुई है और पूरी त्रासदी उन्हीं के कारण हुई है।
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वे हमास को आतंकवादी संगठन मानते हैं, तो उन्होंने इस धारणा को नकार दिया। एर्दोगान ने स्पष्ट किया कि उनकी नजर में हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं है, बल्कि एक प्रतिरोध आंदोलन है, जो अपनी रक्षा के लिए उपलब्ध सभी साधनों का इस्तेमाल कर रहा है।
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वे हमास को आतंकवादी संगठन मानते हैं, तो उन्होंने इस धारणा को नकार दिया। एर्दोगान ने स्पष्ट किया कि उनकी नजर में हमास कोई आतंकवादी संगठन नहीं है, बल्कि एक प्रतिरोध आंदोलन है, जो अपनी रक्षा के लिए उपलब्ध सभी साधनों का इस्तेमाल कर रहा है।उन्होंने बताया कि गाजा में अब तक 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। तुर्की ने इनमें से कई घायलों को इलाज के लिए अपने यहां लाने का इंतजाम किया है। एर्दोगन ने साफ कहा कि हम इस नरसंहार का पूरी तरह विरोध करते हैं। जब उनसे फिलिस्तीनी प्रतिरोध संगठन हमास और उसके बंधकों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने यह मानने से इनकार कर दिया कि इसकी पूरी जिम्मेदारी सिर्फ हमास पर है।
उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ एकतरफा अपराध नहीं है। केवल हमास को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं होगा। नेतन्याहू के कदमों को नज़रअंदाज़ करना भी गलत है। उनका आरोप था कि इजरायल नागरिकों पर बेकाबू हमले कर रहा है। हथियारों की ताकत की तुलना की जाए तो हमास इजरायल के सामने कहीं नहीं ठहरता, लेकिन इसके बावजूद इजरायल अपनी ताकत का इस्तेमाल मासूम बच्चों, महिलाओं और बुज़ुर्गों के खिलाफ कर रहा है। उन्होंने कहा कि इजरायल की कार्रवाई में ज़रा भी दया नहीं दिखाई दे रही और निर्दोष लोग लगातार मारे जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें:- हमास का अंत नजदीक! फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने दी आखिरी चेतावनी, कहा- हथियार डालो वरना…
संघर्ष के अंत को लेकर एर्दोआन ने संदेह जताया और इसका उदाहरण रूस-यूक्रेन युद्ध से दिया। उन्होंने कहा, ट्रंप ने दावा किया था कि वे रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कर देंगे, लेकिन आज तक वह युद्ध जारी है। इसी तरह गाज़ा संघर्ष पर भी अमेरिका ने युद्ध खत्म करने की बात कही थी, मगर हकीकत यह है कि हालात अब भी जस के तस हैं।