व्लादिमीर पुतिन और वोलोदिमिर जेलेंस्की, (फाइल फोटो)
Volodymyr Zelenskyy And Vladimir Putin: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में हैं। उनकी टीम ने दावा किया है कि ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए एक बड़ा कूटनीतिक प्लान तैयार किया है, जिसके तहत रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को एक ही मंच पर लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। ट्रंप के कार्यालय की ओर से बताया गया कि यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो आने वाले महीनों में यह ऐतिहासिक मुलाकात संभव हो सकती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति की ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि डोनाल्ड ट्रंप वैश्विक स्थिरता के लिए काम करने को तैयार हैं और वे चाहते हैं कि रूस-यूक्रेन संघर्ष अब खत्म हो। सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप टीम इस मुलाकात के लिए अमेरिका, तुर्की और सऊदी अरब जैसे देशों से मध्यस्थता की संभावनाओं पर बातचीत कर रही है।
रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से जारी युद्ध ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को झकझोर दिया है। लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं और हजारों नागरिकों की जान जा चुकी है। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों और सैन्य समर्थन के बीच यह संघर्ष अब भी थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में अगर ट्रंप वाकई दोनों नेताओं को एक मंच पर लाने में सफल होते हैं, तो यह विश्व राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की बैठक कराना बेहद मुश्किल है। पुतिन और जेलेंस्की दोनों की शर्तें एक-दूसरे से पूरी तरह अलग हैं। रूस चाहता है कि यूक्रेन नाटो में शामिल न हो और अपने कुछ पूर्वी इलाकों को लेकर समझौता करे, जबकि यूक्रेन अपनी संप्रभुता और सीमा की पूर्ण बहाली पर अड़ा है।
ट्रंप पहले भी दावा कर चुके हैं कि अगर वे अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध 24 घंटे के भीतर खत्म हो सकता था। अब उनके कार्यालय द्वारा जारी यह पहल उनके आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों से भी जुड़ी मानी जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने कहा कि हम मानते हैं कि व्यक्तिगत संवाद और सम्मानजनक बातचीत से ही शांति का रास्ता निकलेगा। फिलहाल इस पहल पर न तो क्रेमलिन (रूस) और न ही कीव (यूक्रेन) की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया आई है।
ये भी पढ़ें: ‘मांगे पूरी करो…अगर’, मार खाकर भी नहीं सुधरे शहबाज, तालिबान से सीजफायर की बीच कर दी से डिमांड
अगर यह बैठक होती है, तो यह न केवल रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति की दिशा में पहला ठोस कदम होगा, बल्कि ट्रंप के लिए भी एक बड़ी कूटनीतिक सफलता मानी जाएगी। दुनिया की नज़र अब इस बात पर टिकी है कि क्या वाकई ट्रंप-पुतिन और जेलेंस्की को एक मंच पर ला पाएंगे या यह केवल चुनावी बयान भर साबित होगा।