जल्दी डील करो वरना अंजाम और बुरा होगा, ईरान को ट्रंप ने दी खुली धमकी, (डिजाइन फोटो)
वांशिगटन: मध्य पूर्व में स्थिति एक बार फिर तनावपूर्ण हो गई है। इजरायल ने ईरान के परमाणु सुविधाओं और आवासीय क्षेत्रों पर भारी बमबारी की, जिससे बाद ईरान को भारी विनाश का सामना करना पड़ा है। इस हमले से गंभीर रूप से प्रभावित ईरान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी भी जारी की है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ के जरिए ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें इस हमले के बारे में पहले से पता था।
उन्होंने ईरान से कहा कि अभी भी परमाणु समझौता करने का मौका है, वरना स्थिति और बिगड़ सकती है। ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने ईरान को कई अवसर दिए हैं, लेकिन अगर अब भी समझौता नहीं हुआ, तो आगे की कार्रवाई और भी भयावह होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी ऐसे समय में सामने आई है जब इजरायल ने ईरान के “परमाणु कार्यक्रम के केंद्र” को निशाना बनाने का दावा किया है। इस हमले में ईरानी सेना के प्रमुख मोहम्मद बाघेरी, रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर हुसैन सलामी सहित छह प्रमुख परमाणु विशेषज्ञों की मौत हो गई। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस घटना को “युद्ध की घोषणा” बताते हुए “कठोर जवाबी कार्रवाई” की धमकी दी है।
ईरानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तेहरान समेत कई शहरों में मिसाइल हमलों के कारण कई इमारतें नष्ट हो गई हैं और कुछ नागरिकों की जान भी चली गई है। ईरान के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र लिखकर तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है और इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अवहेलना करने का आरोप लगाया है। ईरानी सेना ने चेतावनी देते हुए कहा है कि “अब हमारी जवाबी कार्रवाई की कोई हद नहीं होगी।”
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डोनाल्ड ट्रंप ने आगे लिखा, “मैंने ईरान को कई बार समझौते का मौका दिया, लेकिन वे पूरी तरह सहमत नहीं हुए। मैंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि अगर वे नहीं मानेंगे, तो परिणाम उनकी कल्पना से भी बदतर होंगे। अमेरिका दुनिया के सबसे शक्तिशाली हथियार बनाता है, और इजराइल के पास ये हथियार बड़ी संख्या में मौजूद हैं और वे उनका प्रयोग करना भी जानते हैं।
ईरान के कुछ नेताओं ने धमकियां दीं, लेकिन वे नहीं जानते थे कि उनका क्या हश्र होगा। अब वे मारे जा चुके हैं, और अगर ईरान ने समझौता नहीं किया, तो स्थिति और भी भयानक होगी। अभी तक बहुत विनाश हो चुका है, लेकिन अभी भी इसे रोका जा सकता है। अगला हमला और भी विनाशकारी होगा। ईरान को समझौता करना चाहिए, इससे पहले कि सब कुछ तबाह हो जाए।”