डोनाल्ड ट्रंप (सोर्स- सोशल मीडिया)
Trump boycotts South Africa G-20 Summit: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि इस साल दक्षिण अफ्रीका में होने वाली जी-20 बैठक में अमेरिकी सरकार का कोई भी अधिकारी शामिल नहीं होगा। ट्रंप ने मेजबान देश पर अल्पसंख्यक श्वेत किसानों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि सम्मेलन का दक्षिण अफ्रीका में होना “शर्मनाक” है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण अफ्रीका में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन का बहिष्कार करने की घोषणा की है। ट्रंप ने मेजबान देश पर अपने अल्पसंख्यक श्वेत किसानों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में स्पष्ट रूप से लिखा कि वहां कई अफ्रीकी लोगों के साथ हिंसा की जा रही है, जो डच, फ्रांसीसी और जर्मन मूल से जुड़े हुए हैं, और उनकी जमीन और खेत जबरन छीने जा रहे हैं। ट्रंप का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका में जी-20 सम्मेलन का होना “शर्मनाक” है। ट्रंप ने यह भी साफ किया कि जब तक यह स्थिति बनी रहेगी, तब तक अमेरिका का कोई भी अधिकारी जी-20 में नहीं जाएगा। ट्रंप पहले ही कह चुके थे कि वह स्वयं इस सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति के इन आरोपों पर दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने भेदभाव के इन आरोपों को बार-बार खारिज किया है। सरकार का कहना है कि आज भी श्वेत आबादी का जीवन स्तर देश की अश्वेत बहुसंख्यक आबादी से ऊँचा है। राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने भी पहले कहा था कि श्वेत किसानों के खिलाफ व्यापक उत्पीड़न की बातें “पूरी तरह झूठ” हैं। इससे पहले, ट्रंप ने मियामी में एक बयान में यहां तक कहा था कि दक्षिण अफ्रीका को वहां की स्थिति ठीक न होने के कारण “जी-20 से बाहर निकाल देना चाहिए”।
अमेरिका का यह फैसला किसी बड़े अंतर्राष्ट्रीय मंच का शायद ही कभी होने वाला दुर्लभ बहिष्कार माना जा रहा है। यह कदम यह भी दर्शाता है कि ट्रंप प्रशासन का दक्षिण अफ्रीका के प्रति रुख कड़ा होता जा रहा है। कुछ महीने पहले, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक का बहिष्कार किया था। उनका कहना था कि सम्मेलन में विविधता, समानता और जलवायु जैसे मुद्दों पर ज़रूरत से ज़्यादा जोर दिया जा रहा था। ट्रंप ने भविष्य की योजना बताते हुए कहा कि वह वर्ष 2026 का जी-20 सम्मेलन मियामी, फ्लोरिडा में कराने की उम्मीद करते हैं।
फिलहाल, जी-20 की अध्यक्षता दक्षिण अफ्रीका के पास है, और अगले वर्ष संयुक्त राज्य अमेरिका यह पदभार ग्रहण करेगा। सम्मेलन 22 से 23 नवंबर तक जोहानिसबर्ग में होने वाला है। अमेरिका की अनुपस्थिति के बावजूद, यह बैठक तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगी। इस सम्मेलन में विश्व आर्थिक स्थिति, ऊर्जा परिवर्तन और विकास सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।