अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट (फोटो- सोशल मीडिया)
Trump Tariff on India: अमेरिका द्वारा भारत पर लगाया गया 25 फीसदी का रेसिप्रोकल टैरिफ आज से लागू हो गया। इसी बीच अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने इसे लेकर बयान दिया है। बेसेंट ने कहा कि ट्रंप भारत से थोड़े नाराज है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने जानबूझकर ट्रेड डील को लेकर बातचीत को धीमा किया है।
स्कॉट बेसेंट ने गुरुवार को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि, बेसेंट ने CNBC से बातचीत में कहा, “भारत शुरुआत में बातचीत के लिए आगे आया था, लेकिन बाद में उसने प्रक्रिया को धीमा कर दिया, जिससे राष्ट्रपति और उनकी पूरी व्यापार टीम भारत से कुछ हद तक नाराज हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत रूस से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित तेल खरीदता है और उसे रिफाइन कर दूसरे देशों को निर्यात करता है, जो वैश्विक स्तर पर एक जिम्मेदार भूमिका के अनुरूप नहीं माना जा रहा।
वित्त मंत्री बेसेंट ने कहा कि, अमेरिका और चीन एक व्यापार समझौते के करीब पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हमारे बीच समझौते की अच्छी संभावना है।” हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि चीन की ओर से कुछ तकनीकी पहलुओं पर अभी काम बाकी है। उन्होंने भरोसा जताया कि ये मुद्दे जल्द सुलझा लिए जाएंगे, लेकिन फिलहाल समझौता पूरी तरह से तय नहीं हुआ है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्यापार को लेकर भारत के नियमों की आलोचना की थी। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए कहा था कि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि भारत हमारा दोस्त है, लेकिन पिछले कई वर्षों से हमारे बीच व्यापार बहुत सीमित रहा है, क्योंकि भारत में टैरिफ बहुत ज्यादा है, दुनिया में सबसे ज्यादा। भारत में व्यापार से जुड़ी गैर-आर्थिक बाधाएं भी बेहद जटिल और अव्यवहारिक हैं।
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साथ ही, भारत लंबे समय से अपने अधिकांश रक्षा उपकरण रूस से खरीदता रहा है, और वह चीन के साथ मिलकर रूस से ऊर्जा खरीदने वाले सबसे बड़े ग्राहकों में शामिल है। यह सब उस समय हो रहा है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय रूस से यूक्रेन में जारी हिंसा रोकने की अपील कर रहा है। इन परिस्थितियों को देखते हुए, 1 अगस्त से भारत पर 25% का आयात शुल्क लागू किया जाएगा, साथ ही एक अतिरिक्त दंडात्मक शुल्क भी लगाया जाएगा।