यूक्रेन युद्ध में रूस का बड़ा दावा, फोटो (सो. एआई डिजाइन)
Russia Ukraine War Hindi News: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को दावा किया कि उसकी सेना ने यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में स्थित स्वियाटो-पोक्रोव्स्के बस्ती पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है। यह बस्ती रणनीतिक रूप से अहम माने जाने वाले सिवर्स्क शहर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। रूसी अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई तथाकथित ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ के तहत की गई।
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि निर्णायक सैन्य कार्रवाई के बाद दक्षिणी सैन्य समूह की इकाइयों ने इस बस्ती को आजाद करा लिया है। रूसी मीडिया का कहना है कि इस इलाके पर कब्जा रूस की पूर्वी यूक्रेन में स्थिति को और मजबूत कर सकता है, हालांकि यूक्रेन की ओर से इस दावे पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
इस बीच, रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह भी दावा किया कि पिछले 24 घंटों में रूसी एयर डिफेंस सिस्टम ने स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन जोन में छह बम, एक अमेरिकी HIMARS रॉकेट और 472 फिक्स्ड-विंग ड्रोन को मार गिराया। यह आंकड़े युद्ध में ड्रोन और लंबी दूरी के हथियारों के बढ़ते इस्तेमाल की ओर इशारा करते हैं।
दूसरी ओर, रूस के दक्षिणी क्रास्नोडार क्षेत्र में ड्रोन हमलों से भारी नुकसान की खबरें हैं। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, काला सागर तट पर स्थित टेमरयुक बंदरगाह में ड्रोन हमले के बाद दो तेल भंडारण टैंकों में आग लग गई। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली। आग करीब 2,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली जिसे बुझाने के लिए 70 दमकलकर्मियों और 18 उपकरणों को लगाया गया।
इसके अलावा, रात के समय क्रास्नोडार इलाके के निकोलेवका गांव को भी निशाना बनाया गया जहां कई औद्योगिक ढांचे और कृषि उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए। इससे पहले, सोमवार को यूक्रेनी ड्रोन ने वोल्ना बस्ती में स्थित तमन बंदरगाह पर हमला किया था, जिसमें दो घाट और दो टैंकर तबाह हो गए थे। ड्रोन के मलबे से दो स्टोरेज टैंक भी क्षतिग्रस्त हुए।
यह भी पढ़ें:- गहरे समुद्र में चीन की बड़ी छलांग! 2025 में 314 मानवयुक्त डीप-सी डाइव, चौंक गई दुनिया
टेमरयुक और तमन दोनों ही काला सागर पर स्थित प्रमुख बंदरगाह हैं जो रूस के तेल और पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात के लिए बेहद अहम माने जाते हैं। इन पर हमले रूस की ऊर्जा आपूर्ति और निर्यात रणनीति के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं।
इसी बीच, मॉस्को में भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। 22 दिसंबर को रूसी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की एक कार विस्फोट में मौत हो गई। रूसी सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, दक्षिणी मॉस्को की यासेनेवाया स्ट्रीट पर उनकी कार के नीचे विस्फोटक लगाया गया था। कार के आगे बढ़ते ही जोरदार धमाका हुआ, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अधिकारियों ने इस हमले में यूक्रेनी एंगल से इनकार नहीं किया है।