
अमेरिकी कांग्रेसमैन राजा कृष्णमूर्ति ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर जताई चिंता (सोर्स-सोशल मीडिया)
Raja Krishnamoorthi Bangladesh Warning: बांग्लादेश में जारी अराजकता और विशेष रूप से हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने की घटनाओं ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता पैदा कर दी है। भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसमैन राजा कृष्णमूर्ति ने हाल ही में बांग्लादेश की बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर एक कड़ा बयान जारी किया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहती है, तो यह देश में और अधिक अस्थिरता पैदा करेगा। कृष्णमूर्ति के अनुसार, बांग्लादेश में मानवाधिकारों की स्थिति पिछले एक साल में सुधरने के बजाय और अधिक भयावह हो गई है।
राजा कृष्णमूर्ति ने बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की कमी पर सवाल उठाते हुए कहा कि हिंसक समूहों को बिना किसी डर के काम करने दिया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से एक हिंदू युवक की हालिया बर्बर हत्या का जिक्र किया, जिसे भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और जला दिया।
कृष्णमूर्ति ने इसे “डरावनी और भयानक” घटना करार देते हुए कहा कि जब सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर होती है, तो धर्म के आधार पर लोगों को निशाना बनाना आसान हो जाता है। उन्होंने बांग्लादेशी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे केवल गिरफ्तारी तक सीमित न रहें, बल्कि अपराधियों को कड़ी सजा दिलाकर जवाबदेही तय करें।
अमेरिकी कांग्रेसमैन ने जोर देकर कहा कि अमेरिका को बांग्लादेश को लगातार यह याद दिलाना चाहिए कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा एक अच्छी सरकार का सबसे बुनियादी नियम है। उन्होंने सुझाव दिया कि अमेरिका बांग्लादेश की मदद करने को तैयार है, लेकिन इसके बदले में वहां सुरक्षा की स्थिति बेहतर होनी चाहिए।
कृष्णमूर्ति ने चेतावनी दी कि अगर नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे, तो वहां एक स्थिर अर्थव्यवस्था बनाना असंभव होगा। यह सुरक्षा संकट न केवल अल्पसंख्यकों के लिए बल्कि बांग्लादेश के पूरे भविष्य के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है।
यह भी पढ़ें: लोग जिंदा जल रहे थे…दरवाजा नहीं खुल रहा था, चश्मदीद ने बयां किया कर्नाटक बस हादसे का खौफनाक मंजर
विश्लेषकों का मानना है कि राजा कृष्णमूर्ति की यह चेतावनी उस समय आई है जब बांग्लादेश में कट्टरपंथी ताकतें तेजी से पैर पसार रही हैं। अगर पब्लिक सुरक्षा बहाल करने में प्रशासन नाकाम रहता है, तो कट्टरपंथी समूहों के लिए और जगह बन जाएगी।
कृष्णमूर्ति ने स्पष्ट किया कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही यह आम हिंसा एक बड़े मानवीय संकट का रूप ले सकती है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी इस मामले पर नजर रखने और बांग्लादेशी अधिकारियों पर दबाव बनाने की अपील की है ताकि “रूल ऑफ लॉ” को फिर से स्थापित किया जा सके।






