Pope Francis Journey: केमिकल टेक्नीशियन से लेकर शिक्षक तक...कैथोलिक नेता के पोप बनने की कहानी
रोम : जहां एक तरफ पोप फ्रांसिस की हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है। वहीं इस बाबत कैथलिक चर्च के हेडक्वॉर्टर वेटिकन के मुताबिक पोप की ब्लड टेस्ट रिपोर्ट में किडनी फेल होने के लक्षण दिख रहे हैं। साथ ही प्लेटलेट्स की कमी का भी पता चल रहा है। वहीं फ्रांसिस के स्वास्थ्य की स्थिति ने इस तरह की अटकलों को फिर से जन्म दे दिया है कि अगर वह अचेत हो गए या किसी अन्य तरह से अक्षम हो गए तो क्या होगा और क्या वह पद से इस्तीफा दे देंगे?
इस बाबत वेटिकन प्रेस ऑफिस ने कहा कि, पोप को बीते शनिवार रात से अस्थमा का कोई अटैक नहीं आया है, लेकिन अभी भी ऑक्सीजन का हाई फ्लो दिया जा रहा है। बता दें कि, पोप फ्रांसिस 10 दिन से रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती हैं। वह फेफड़े के जटिल संक्रमण से पीड़ित हैं जिसके कारण उनके गुर्दे में खराबी के शुरुआती चरण के लक्षण दिखने लगे हैं।
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हालांकि वेटिकन के बयान में यह स्पष्ट नहीं है कि फ्रांसिस सोकर उठे हैं या नहीं। बयान में कहा गया है, ‘‘रात अच्छे से गुजरी, पोप ने अच्छी नींद ली और वह आराम कर रहे हैं।” बीते रविवार देर रात चिकित्सकों ने बताया कि खून की जांच से पता चला है कि गुर्दे में खराबी के शुरुआती लक्षण दिख रहे हैं, लेकिन फिर भी स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि फ्रांसिस की हालत नाजुक बनी हुई है, लेकिन शनिवार से उन्हें सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई है। उन्हें ऑक्सीजन दी जा रही थी और रविवार को उन्होंने लोगों से बात भी की तथा उन्होंने प्रार्थना सभा में भाग लिया।
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वहीं चिकित्सकों ने कहा कि फ्रांसिस की बढ़ती उम्र, स्थिति की गंभीरता और पहले से फेफड़े के रोग से पीड़ित होने के कारण उनके स्वास्थ्य की स्थिति खतरनाक बनी हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि फ्रांसिस के सामने मुख्य खतरा ‘सेप्सिस’ है, जो रक्त का एक गंभीर संक्रमण है। वेटिकन द्वारा उपलब्ध कराई गई अब तक की चिकित्सा जानकारी में ‘सेप्सिस’ की शुरुआत का कोई जिक्र नहीं किया गया है।
जानकारी दें कि, इससे पहले, 2021 में वह रोम के इसी जेमेली अस्पताल में 10 दिन तक भर्ती थे, जब उनके मलाशय का 33 सेंटीमीटर हिस्सा निकाला गया था। न्यूयॉर्क में धार्मिक नेता कार्डिनल टिमोथी डोलन ने कहा कि ईसाई धर्म के कैथोलिक संप्रदाय के लोग पोप फ्रांसिस की नाजुक हालत के बीच एकजुट हैं। हालांकि रोम में धार्मिक गुरु सार्वजनिक रूप से ऐसा कहने से बचते दिखे।
डोलन ने सेंट पैट्रिक कैथेड्रल के मंच से अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे पवित्र ‘फादर’ पोप फ्रांसिस का स्वास्थ्य बेहद नाजुक है और शायद वह मृत्यु शैय्या के करीब हैं।” हालांकि बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें उम्मीद है और वह प्रार्थना करते हैं कि फ्रांसिस जल्द ‘‘ठीक हो जाएं।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)