गाजा प्लान पर मिला ट्रंप को पीएम मोदी का समर्थन, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
PM Modi trump plan: गाजा में लंबे समय से जारी संघर्ष जल्द ही समाप्त हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस दिशा में एक विशेष योजना बनाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ट्रंप की इस पहल का स्वागत किया और कहा कि अन्य देश भी इस पहल का समर्थन करें, ताकि हमास और इजरायल के बीच चल रहा युद्ध खत्म हो सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पोस्ट के माध्यम से कहा, “हम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाजा संघर्ष समाप्ति योजना का स्वागत करते हैं। यह योजना न केवल फिलिस्तीनी और इजरायली लोगों के लिए, बल्कि पूरे पश्चिम एशिया क्षेत्र के लिए स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास का मार्ग तैयार करेगी। हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष इस पहल का समर्थन करेंगे, ताकि संघर्ष समाप्त हो और स्थायी शांति कायम हो सके।”
We welcome President Donald J. Trump’s announcement of a comprehensive plan to end the Gaza conflict. It provides a viable pathway to long term and sustainable peace, security and development for the Palestinian and Israeli people, as also for the larger West Asian region. We… — Narendra Modi (@narendramodi) September 30, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए 20-बिंदुओं वाला एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस योजना को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और कई मुस्लिम देशों का समर्थन प्राप्त हो चुका है। अब अमेरिका ने इसे मिस्र और कतर के जरिए हमास के सामने रखा है। हमास ने इस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देने से पहले गंभीर विचार करने की बात कही है।
यूएनजीए की बैठक से अलग, ट्रंप ने अरब और मुस्लिम देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर गाजापट्टी में सीजफायर के लिए अपनी योजना पेश की। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू को भी इस प्लान के बारे में अवगत कराया, जिसे नेतन्याहू ने समर्थन दिया।
यह घोषणा व्हाइट हाउस में हुए ओवल ऑफिस के बैठक के बाद की गई, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू शामिल थे। जनवरी में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह नेतन्याहू का व्हाइट हाउस का चौथा दौरा था। बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि फिलहाल एक महत्वपूर्ण समझौता बहुत करीब है, लेकिन उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि अगर हमास इस योजना को नकारता है, तो अमेरिका इजरायल को हर संभव समर्थन देगा।
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इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ट्रंप को इजरायल का मित्र बताते हुए उनकी सराहना की, लेकिन साथ ही उन्होंने इस योजना के कुछ पहलुओं से दूरी भी बनाई। इनमें फिलिस्तीनी प्राधिकरण में सुधार की मांग और भविष्य में स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य की संभावनाएं शामिल हैं।