पाकिस्तानी सांसद सैयद अली जफर
इस्लामाबाद: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया था। इस कदम से पाकिस्तान गुस्से से लाल हो गया था और वहां के नेता खून बहाने की धमकी तक दे रहे थे। लेकिन अब पाकिस्तान सिंधु का पानी रोके जाने से घुटनों पर आता नजर आ रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तानी सांसद सैयद अली जफर ने अब इसे वॉटर बम बताया है।
सिंधु जल संधि स्थगित होने के बाद से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तानी नेता इसे लगातार अमानवीय और इंसानियत के खिलाफ बता रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तानी सांसद सैयद अली जफर ने इसे वॉटर बम बताया और इसे जल्द से जल्द सुलझाने की बात कही। जफर ने डर जताया कि अगर यह मामला नहीं सुलझता है तो पाकिस्तान के लोग भूखे मर सकते हैं।
पाकिस्तानी संसद में शुक्रवार को सिंधु जल संधि के स्थगित होने पर बहस हुई। इस दौरान जफर ने पानी के मुद्दे को आतंकवाद के मुद्दे जितना अहम बताया। जफर ने कहा पानी का मुद्दा भी उतना ही अहम है पाकिस्तान के लिए, जितना आतंकवाद का मुद्दा है। यह भी एक जंग है जो हम पर थोपी गई है।
जफर ने कहा कि पाकिस्तान एक वॉटर स्ट्रेस देश है, जो इस मामले में दुनिया में सबसे ऊंचे पायदान पर है। पाकिस्तान आज वॉटर स्कार्सिटी की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। इसकी दो वजहें हैं, पहली है जलवायुपरिवर्तन और दूसरी है जनसंख्या। इसलिए यह आतंकवाद जितना ही अहम मुद्दा है।
पाकिस्तानी सांसद ने अपने संबोधन में कहा कि, अगर हम पानी की समस्या हल नहीं करते हैं तो हम भूखे मर सकते हैं। क्योंकि इंडस बेसिन जो हमारी लाइफलाइन है। मुल्क में तीन चौथाई पानी बाहर से आता है। जफर ने कहा कि 10 में से 9 लोग इंडस वॉटर बेसिन के सहारे अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। 90 फीसदी फसलें इसी पानी पर निर्भर हैं।
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जफर ने भारत के फैसले पर कहा कि पाकिस्तान के सभी पावर प्रोजेक्ट्सऔर डैम सब इसी पानी पर निर्भर हैं। इसलिए हम इसे समझते हैं कि यह एक वॉटर बम हमारे ऊपर पड़ा हुआ है जिसे हमें डिफ्यूज करना है।