
इमरान खान की बहन अलीमा खान (सोर्स- सोशल मीडिया)
Imran Khan Sister Aleema Khan Arrest: पाकिस्तान में इमरान खान की बहन अलीमा खान को हाल ही में रावलपिंडी की एंटी-टेररिज्म कोर्ट (ATC) के आदेश पर हिरासत में लिया गया। 2023 के डी-चौक प्रदर्शन और बाद में जेल के बाहर हुए विरोध प्रदर्शनों से जुड़े मामलों में उनकी लगातार गैर-हाज़िरी के कारण अदालत ने यह कदम उठाया। अलीमा की गिरफ्तारी की खबर से रावलपिंडी सहित पाकिस्तान के कई इलाकों में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।
यह कार्रवाई उस वक्त हुई जब मंगलवार रात अफवाह फैली कि 2023 से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद इमरान खान की हत्या कर दी गई है। अफवाहों के बाद अलीमा खान अपनी दो बहनों और हजारों पीटीआई समर्थकों के साथ अदियाला जेल के बाहर पहुंचीं और विरोध प्रदर्शन शुरू किया। उनकी मांग थी कि परिवार को इमरान खान से मिलने की अनुमति दी जाए। इस दौरान पुलिस पर आरोप है कि उसने अलीमा और उनकी बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें घसीटते हुए हटाया।
There are reports and rumors claiming that Imran Khan has been killed in prison by the Pakistani military. It is also said that Imran Khan family has stated that they have not been allowed to meet him for about a month. Where is Imran khan ??? #ImranKhan pic.twitter.com/gsEzv4Sdt4 — Sumit (@SumitHansd) November 26, 2025
अप्रैल 2023 में अलीमा खान तब सुर्खियों में आई थीं जब उन्होंने अपनी बहनों के साथ रावलपिंडी जेल के बाहर धरना दिया था। वे इमरान खान से मुलाकात की अनुमति न मिलने के विरोध में प्रदर्शन कर रही थीं। पुलिस ने तब धरना खत्म कर दिया था और अलीमा सहित कई पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था।
इसके बाद में वो अदालत में पेश हुई, जहां उनके गिरफ्तारी वारंट रद्द कर दिए गए और उन्हें नई जमानत बांड जमा करने का आदेश दिया गया। हालांकि उनके खिलाफ मामले की सुनवाई अब भी जारी है और अदालत ने उनकी अगली पेशी को अनिवार्य बताया है।
पाकिस्तान की एंटी-टेररिज्म कोर्ट (ATC) ने कई बार समन भेजने के बावजूद उनकी पेशी न होने पर नॉन-बिलियेबल वारंट जारी किए थे। ATC का कहना था कि उनकी गैर-मौजूदगी से केस की सुनवाई बाधित हो रही थी।
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अलीमा खान और PTI नेताओं का आरोप है कि यह कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है, जिसमें खान परिवार को निशाना बनाकर दबाव डाला जा रहा है। दूसरी ओर सरकार और पुलिस प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई पूरी तरह कानून के दायरे में की गई है। यह विवाद पाकिस्तान में बढ़ते सियासी तनाव और न्यायिक टकराव का नया आयाम जोड़ रहा है।






