पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ (डिजाइन फोटो)
इस्लामाबाद: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देते हुए उसकी हालत खराब कर दी है। चार दिनों तक चले ऑपरेशन सिंदूर की वजह से पाकिस्तान को काफी नुकसान हो गया है।
दरअसल, चार दिनों के भीषण सैन्य टकराव के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम की वजह से फिलहाल दोनों देशों की आर्मी ने अपने-अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। लेकिन, चार दिनों तक भारतीय सेना द्वारा दिए गए मुंबतोड़ जवाब में पाकिस्तान को भारी नुकसान झेलना पड़ा है।
7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ जवाबी हमले शुरू करने के बाद दोनों देशों के बीच मिसाइलों, ड्रोन, लड़ाकू विमानों और तोपखाने के जरिए बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई हुई।
रक्षा अधिकारियों के अनुसार, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के आतंकी ढांचों, वायुसेना के ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों को गहरे झटके दिए हैं। वहीं, पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई को भारतीय सेना ने काफी हद तक नाकाम कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई की सुबह शुरू हुआ। भारत ने 26 मिनट के अंदर ही पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में 9 आतंकी ठिकानों को को निशाना बनाया और करीब 100 आतंकियों को मार गिराया। ये ठिकानों जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद बढ़ाने के लिए काम करते थे।
इनमें से 5 ठिकाने एलओसी से 9 से 30 किलोमीटर के अंदर पीओके में थे, जबकि बाकी 4 ठिकाने 100 किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान के अंदर स्थित थे। इन हमलों में राफेल लड़ाकू विमानों से दागी गई स्कैल्प क्रूज मिसाइलें, हैमर स्मार्ट हथियार, एम777 हॉवित्जर से दागे गए एक्सकैलिबर गोले और कामिकेज ड्रोन (घूमने वाले हथियार) शामिल थे।
पाकिस्तान ने जवाब में उत्तर और पश्चिम भारत के 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने मिसाइलों और ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया। इसके बाद भारत ने लाहौर और कराची समेत कई जगहों पर पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट कर दिया। भारतीय सेना ने इन हमलों के दौरान एस-400, आकाश और बराक-8 वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों के अलावा अत्याधुनिक एंटी ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया। रडार और कमांड सेंटर के नेटवर्क सिस्टम से खतरों की पहचान करके त्वरित प्रतिक्रिया दी गई।
10 मई की रात को पाकिस्तान को सबसे बड़ा नुकसान तब हुआ जब भारतीय वायुसेना ने रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर, चुनिया, पसरूर और सियालकोट में आठ सैन्य ठिकानों पर हमला किया। ये हमले पूरी रात जारी रहे और पाकिस्तान की रडार इकाइयों, गोला-बारूद डिपो, कमांड सेंटर और तकनीकी संरचनाओं को नष्ट कर दिया।
पाकिस्तानी सेना के जवाबी प्रयास निरर्थक रहे 8-9 मई की रात को पाकिस्तान ने 300-400 तुर्की निर्मित ‘सोंगहर’ सशस्त्र ड्रोनों से भारत में 36 स्थानों पर हमला करने की कोशिश की, जिसमें लद्दाख से लेकर गुजरात के सर क्रीक तक के स्थान शामिल थे। लेकिन अधिकांश ड्रोन को भारतीय सेना ने मार गिराया। इसके बाद अगले दिन पाकिस्तान ने 26 और स्थानों पर ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारत की वायु रक्षा ने विफल कर दिया।