पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (फोटो- सोशल मीडिया)
Pakistan Defence Minister Khawaja Asif: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पैदा हुए संकट के बाद पाक विदेश मंत्री ने इस मसले में भारत के हस्तक्षेप की बात करते हुए तमाम तरह की बातें की है। जंग के मैदान में अफगानी सेना से मात खाने के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट का माहौल अपने चरम पर है। इस हताशा में अब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने दक्षिण एशिया की राजनीति में भूचाल ला दिया है। उन्होंने सीधे तौर पर तालिबान को भारत की ‘कठपुतली’ बताते हुए आरोप लगाया है कि काबुल में बैठे हुक्मरान अब सारे फैसले नई दिल्ली के इशारे पर ले रहे हैं।
ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी चैनल से बातचीत में यह कहकर सनसनी फैला दी कि तालिबान पर भरोसा करना मुश्किल है और हाल ही में हुआ संघर्षविराम ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगा। उन्होंने दावा किया कि तालिबान अब पाकिस्तान के खिलाफ भारत का ‘प्रॉक्सी वॉर’ लड़ रहा है। आसिफ ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी की भारत यात्रा पर भी सवाल उठाया और कहा कि वे वहां से क्या प्लान लेकर लौटे हैं, यह देखने वाली बात होगी। उनका मानना है कि तालिबान के हालिया फैसले पाकिस्तान के हितों के खिलाफ हैं।
पाकिस्तान की इस बौखलाहट के पीछे की सबसे बड़ी वजह सीमा पर बढ़ती आतंकी गतिविधियां हैं। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का दावा है कि जब से तालिबान सत्ता में आया है, अफगानिस्तान की जमीन से पाकिस्तान पर होने वाले आतंकी हमलों में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसे आतंकी संगठन फिर से सिर उठा रहे हैं और पाकिस्तानी सुरक्षा चौकियों पर लगातार हमले कर रहे हैं। इस्लामाबाद का आरोप है कि तालिबान सरकार इन आतंकियों को रोकने के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रही है, जिससे उनकी चिंताएं और बढ़ गई हैं।
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आसान शब्दों में प्रॉक्सी वॉर का मतलब एक ऐसा युद्ध है, जो कोई देश सीधे तौर पर खुद नहीं लड़ता, बल्कि किसी दूसरे देश या समूह का इस्तेमाल करके अपने दुश्मन को कमजोर करने की कोशिश करता है। इसमें लड़ाई किसी और की होती है, लेकिन उसका रणनीतिक फायदा किसी तीसरे देश को मिलता है। ख्वाजा आसिफ का आरोप है कि भारत ठीक यही रणनीति अपना रहा है और तालिबान का इस्तेमाल करके पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, भारत ने हमेशा ऐसे आरोपों को बेबुनियाद बताकर खारिज किया है।