अफगानिस्तान सीमा पर पाक सेना ने 14 आतंकवादियों को मार गिराया, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अफगानिस्तान सीमा से सटे उत्तर-पश्चिमी कबायली क्षेत्र में एक खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 14 आतंकियों को मार गिराया है। यह जानकारी बुधवार को सैन्य मीडिया विंग ने साझा की। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) द्वारा जारी बयान में कहा गया कि 2 से 3 जून 2025 के बीच, उत्तरी वज़ीरिस्तान के दत्ता खेल इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबलों ने एक सटीक अभियान चलाया।
आईएसपीआर के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने इलाके में मौजूद एक आतंकी ठिकाने पर छापा मारा। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त गोलीबारी हुई, जिसमें 14 आतंकवादियों को मार गिराया गया। बयान में यह भी बताया गया कि क्षेत्र में छिपे अन्य आतंकियों के सफाए के लिए ऑपरेशन जारी है। पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां देश से आतंकवाद की जड़ें खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही हैं।
हाल ही में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से जुड़े करीब 41 आतंकवादी उस समय मारे गए जब उन्होंने अफगानिस्तान से पाकिस्तान में घुसपैठ करने की कोशिश की। यह मुठभेड़ उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली जिले में स्थित बिबक घर इलाके के समीप हुई। मारे गए आतंकवादियों में बड़ी संख्या में अफगान नागरिक शामिल थे।
टीटीपी की जड़ें अफगानिस्तान के तालिबान आंदोलन से जुड़ी मानी जाती हैं, लेकिन यह संगठन पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से अपनी गतिविधियां चलाता आ रहा है। इसकी स्थापना दक्षिण वजीरिस्तान के एक प्रभावशाली नेता बैतुल्लाह महसूद ने की थी। यह संगठन कई छोटे-बड़े उग्रवादी गुटों का एक गठबंधन है। वर्ष 2020 के बाद टीटीपी ने पहले से बिखरे हुए कई गुटों को फिर से संगठित किया है।
हाल के वर्षों में संगठन की हमलावर गतिविधियों में खासा इजाफा हुआ है, विशेष रूप से पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान क्षेत्रों में इसकी उपस्थिति और गतिविधियां बढ़ी हैं।
पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उत्तरी वजीरिस्तान में चल रहे सैन्य अभियान के दौरान सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि इस तरह के प्रयास मानवता के दुश्मनों द्वारा पैदा किए गए खतरे को खत्म करने के लिए बेहद आवश्यक हैं। अपने कार्यालय से जारी बयान में शरीफ ने कहा, “हम आतंकवादियों की इस घिनौनी साजिश को नाकाम करेंगे।” उन्होंने जोर देकर कहा, “हमारे सुरक्षा बलों की दक्षता के बल पर हम आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”