शहबाज शरीफ, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
इस्लामाबाद: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों पर कार्रवाई करते हुए 13 में से 11 एयरबेस को निशाना बनाया। इस बीच, सोशल मीडिया पर कई दावे सामने आए कि भारत की इस कार्रवाई में पाकिस्तान के परमाणु ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है। इन दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि उसकी कमान और नियंत्रण व्यवस्था पूरी तरह से मजबूत है।
मीडिया द्वारा परमाणु हथियारों की सुरक्षा पर पूछे गए सवाल के जवाब में पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया कि देश अपने परमाणु हथियारों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है और उसकी संरचना को कोई खतरा नहीं पहुंचा है। परमाणु संरचना और कमान नियंत्रण प्रणाली पूरी तरह सुरक्षित और मजबूत है।
बता दें कि मीडिया और सोशल मीडिया पर यह चर्चा जोरों पर थी कि पाकिस्तान के किराना हिल्स के भीतर बनी सुरंगों में कथित रूप से रखे गए परमाणु हथियारों से न्यूक्लियर रेडिएशन का रिसाव हो रहा है। जिसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी यह स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तान की किसी भी परमाणु सुविधा से कोई रेडिएशन का रिसाव नहीं हुआ है।
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विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारत के परमाणु हथियारों को लेकर वैश्विक समुदाय को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत के राजनीतिक माहौल, मीडिया और समाज के कुछ हिस्सों में बढ़ती चरमपंथी प्रवृत्तियां उसके परमाणु सुरक्षा को लेकर वास्तविक चिंताएं उत्पन्न करती हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरूवार को श्रीनगर में कहा था कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की निगरानी अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी द्वारा की जानी चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में मौजूद 100 से अधिक आतंकियों को ढेर कर दिया था और 9 से ज्यादा आतंकी ठिकानों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया था। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान की आतंक को पनाह देने वाली असलियत को बेनकाब कर दिया। भारत, अब दुनियाभर के 33 देशों में जाकर यह स्पष्ट कर रहा है कि पाकिस्तान किस तरह आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह देता है, उनकी मदद करता है, और कैसे वह हथियारों का इस्तेमाल कर दुनिया में आतंक फैलाना चाहता है।