जस्टिन ट्रूडो, क्रिस्टिया फ्रीलैंड व अनिता आनंद (डिजाइन फोटो)
ओटावा: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपनी पार्टी लिबरल सांसदों की नाराजगी और अपने नेतृत्व पर उठ रहे सवालों के बीच सोमवार (6 जनवरी, 2025) को अपने इस्तीफे की घोषणा की। पिछले साल के अंत में वित्त मंत्री के अचानक इस्तीफे से ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार के भीतर उथल-पुथल के संकेत मिले थे। सार्वजनिक रूप से इस्तीफे की घोषणा करते हुए ट्रूडो ने कहा कि वह एक लड़ाकू रहे हैं और उन्होंने कनाडा को और अधिक समृद्ध बनाया है, जो उनके कार्यकाल से पहले की स्थिति थी।
ट्रूडो के इस्तीफे के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस्तीफे के बाद ट्रूडो की जगह पार्टी नेता के तौर पर कौन होगा? इसके लिए चार प्रमुख दावेदारों में एक भारतीय मूल के व्यक्ति का नाम भी सामने आ रहा है। कनाडा में इस साल अक्टूबर से पहले चुनाव होने हैं। इससे पहले जस्टिन ट्रूडो ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा था कि यह स्पष्ट हो गया है कि वह “आंतरिक लड़ाइयों के कारण अगले चुनावों के दौरान नेता नहीं रह सकते।”
ट्रूडो ने कहा कि लिबरल पार्टी का नया नेता चुने जाने तक उनकी योजना प्रधानमंत्री बने रहने की है। उन्होंने अपनी लिबरल पार्टी के अध्यक्ष से नए नेता के चयन की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। संसद 24 मार्च तक निलंबित, जल्द मिलेगा नया नेता उन्होंने बताया कि संसद 24 मार्च तक निलंबित रहेगी और इस दौरान लिबरल पार्टी को नया नेता चुनने का समय मिलेगा। संसद का सत्र 27 जनवरी को फिर से शुरू होना था।
इससे पहले कनाडा की तीनों मुख्य विपक्षी पार्टियों ने कहा था कि वे संसद का सत्र शुरू होने पर अविश्वास प्रस्ताव के जरिए लिबरल पार्टी की सरकार को गिराने की योजना बना रही हैं। ट्रूडो की जगह कौन लेगा जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी में उनकी जगह कौन लेगा? इसको लेकर चर्चा तेज हो गई है।
सबसे बड़ा नाम टोरंटो की सांसद और पूर्व डिप्टी पीएम क्रिस्टिया फ्रीलैंड का आ रहा है। फ्रीलैंड ने हाल ही में डिप्टी पीएम पद से इस्तीफा दिया है। कभी ट्रूडो की करीबी रहीं फ्रीडम ने कुछ महीनों से ट्रूडो की आलोचना शुरू कर दी थी। डिप्टी पीएम रहने के कारण ही क्रिस्टिया को सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है।
ट्रूडो की जगह लेने के लिए जो नाम सामने आ रहे हैं, उनमें से एक नाम भारतीय मूल की अनीता आनंद का भी है, जो ट्रूडो सरकार में रक्षा और फिर परिवहन मंत्रालय संभाल रही थीं। अनीता आनंद के पिता तमिलनाडु से हैं और मां पंजाब से हैं। कोरोना महामारी के दौरान अपने काम के लिए उन्होंने देशभर में ख्याति प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने कोविड वैक्सीन को लेकर टीम का नेतृत्व किया। राजनीति में आने से पहले अनीता टोरंटो विश्वविद्यालय में लॉ प्रोफेसर रह चुकी हैं।
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ट्रूडो के बारे में ट्रूडो 2015 से कनाडा के प्रधानमंत्री हैं। वे कंजरवेटिव पार्टी के 10 साल के शासन के बाद सत्ता में आए और अपने कार्यकाल की शुरुआत में देश को उसके उदार अतीत में वापस लाने के लिए उनकी प्रशंसा की गई। भोजन और आवास की बढ़ती लागत और बढ़ते आव्रजन सहित कई मुद्दों पर ट्रूडो हाल के वर्षों में मतदाताओं के बीच बेहद अलोकप्रिय हो गए हैं।