जयशंकर की ओमान के विदेश मंत्री से मुलाकात, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को ओमान के विदेश मंत्री बद्र अलबुसैदी से मुलाकात की, जिसमें व्यापार, निवेश और ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा हुई। जयशंकर मस्कट में आयोजित आठवें हिंद महासागर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ओमान पहुंचे हैं।
विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि उन्होंने ओमान के विदेश मंत्री बद्र अलबुसैदी से मुलाकात कर खुशी हुई। उन्होंने 8वें हिंद महासागर सम्मेलन की सफल मेजबानी में अलबुसैदी के व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना की। जयशंकर ने बताया कि इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश और ऊर्जा सुरक्षा में सहयोग को लेकर विस्तृत चर्चा की।
Delighted to meet FM @badralbusaidi of Oman this morning.
Appreciate his personal efforts in successfully hosting the 8th Indian Ocean Conference.
Held wide – ranging discussions on our cooperation in trade, investment and energy security.
So glad we could jointly release… pic.twitter.com/LQbY6gAKAz
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 16, 2025
बैठक के दौरान भारत और ओमान के बीच कूटनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक विशेष लोगो जारी किया गया। इसके साथ ही, दोनों नेताओं ने ‘मांडवी टू मस्कट: भारतीय समुदाय और भारत-ओमान का साझा इतिहास’ नामक पुस्तक का भी लोकार्पण किया, जो दोनों देशों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाती है।
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भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघजी से मुलाकात की, जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। इसके अलावा, जयशंकर ने ब्रुनेई के विदेश मंत्री दातो एरवान पेहिन यूसोफ से भी बातचीत की, जहां भारत-आसियान साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया गया।
Good to meet FM @araghchi of Iran this afternoon.
Spoke about our bilateral ties and developments in the region.
🇮🇳 🇮🇷 pic.twitter.com/hI6vuo5Czz
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 16, 2025
उन्होंने भूटान के विदेश मंत्री डी.एन. ढुंगयेल से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। साथ ही, उन्होंने श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से भी भेंट की।
सम्मेलन में जयशंकर ने हिंद महासागर को वैश्विक जीवनरेखा करार देते हुए क्षेत्रीय देशों से आपसी सहयोग बढ़ाने, संसाधनों को मिलाकर काम करने और विकास, संपर्क, समुद्री तथा सुरक्षा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी नीतियों को समन्वित करने का आह्वान किया। बता दें कि ओमान में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय रहते हैं।
Pleased to address the inaugural session of 08th Indian Ocean Conference, on our voyage to new horizons of maritime partnership.
A global lifeline, the Indian Ocean region comes together to meet its development, connectivity, maritime and security aspirations.
Highlighted how… pic.twitter.com/sVMBuFKtFG
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 16, 2025