इसरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
तेल अवीव: इसराइली सेना दो-दो मोर्चा संभाल रही है। गाजा में हमास से और लेबनान में हिज्बुल्ला से। लेबनान में जिस तरह से हमले हो रहे हैं, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का रूख एकदम स्पष्ट है। इसराइल की ओर आंख उठाकर देखने वाले आतंकी संगठनों या देशों को वो तहस नहस कर देंगे। इसका नजारा गाजा और लेबनान में देखने को मिल ही रहा है।
इसराइली सेना प्रमुख ने कहा कि दक्षिण इसराइली शहर ईलात के बंदरगाह पर बुधवार को एक ड्रोन से हमला किया गया। जबकि दूसरे ड्रोन को रोक लिया गया। इसराइल की रेस्क्यू टीम ने कहा कि इस हमले में दो लोगों को मामूली चोट आई हैं।
ये भी पढ़ें:-इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह कमांडर इब्राहिम कुबैसी को किया ढेर, टेंशन में UN चीफ
इसराइली मीडिया पर दिखाई जा रही फुटेज में बंदरगाह क्षेत्र में धुएं का गुबार देखा गया। इसमें कम से कम एक इमारत क्षतिग्रस्त दिखाई गई। हालांकि, इस हमले की जिम्मेदारी खुद को इराक में इस्लामिक रजिस्टेंस कहने वाले एक समूह ने ली है। जो ईरान समर्थित इराकी मिलिशिया का एक अम्ब्रेला समूह है। इस समूह ने अक्सर इसराइल पर हमले करने का दावा किया है। इसराइली सेना ने कहा कि ड्रोनों को पूर्व दिशा की ओर से आते हुए देखा गया था।
युद्ध में फंसता जा रहा इसराइल
इसराइल की युद्ध की शुरूआत फिलिस्तीन देश के चरमपंथी समूह हमास के साथ हुई। गाजा शहर में हमास के समूहों को इसराइली लड़ाकों ने तबाह करने को ठान लिया। लगातार हमले किए। इधर से हमास का भी इसराइल पर अटैक जारी था। दोनों के बीच जारी युद्ध में गाजा में कई लोग मारे गए। इधर हमास पर इसराइल को भारी पड़ते देख लेबनान का चरमपंथी समूह हिज्बुल्ला, हमास की तरफदारी में इसराइल को धमकी देने लगा।
इसराल पर हिज्बुल्ला का हमला
धमकी के बीच हिज्बुल्ला, इसराइल पर हमला करने लगा। इसके बाद इसराइल ने हमास के साथ-साथ हिज्बुल्ला से सीधे पंगा ले लिया। इसराइल ने लेबनान पर कई हमले किये। वो भी अलग- अलग तरह से। हाल ही में एक इसराइल के हवाई हमले में लेबनान में करीब 500 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा पेजर और वॉकी-टाॅकी डिवाइस में विस्फोट से दहशत लेबनान में मचा ही था।
ये भी पढ़ें:-अमेरिका यूक्रेन को भेजेगा 37 करोड़ डॉलर से अधिक की सैन्य सहायता, शामिल होंगे ये वेपन्स
इराक आया आगे
हिज्बुल्ला पर इसराइल को भारी पड़ते देख अब इराक का चरमपंथी समूह इस्लामिक रजिस्टेंस, हिज्बुल्ला के समर्थन में आगे आया है। ये समूह इरान के चरमपंथी समूह अम्ब्रेला का समर्थिम समूह है। यानी अब इसराइल चार-चार समूहों से अकेले पंगा ले रहा है। इसराइल युद्ध में घिरता ही जा रहा है।