डोनाल्ड ट्रम्प (सौजन्य : सोशल मीडिया)
वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की ईरान साजिश रच रहा था। शुक्रवार को अमेरिकी न्याय विभाग ने ट्रंप को मारने की विफल ईरानी साजिश में आपराधिक आरोपों को उजागर किया है। मैनहट्टन अदालत में दर्ज एक क्राइम कंप्लेन में आरोप लगाया गया है कि ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) के एक अधिकारी ने पिछले सितंबर में एक व्यक्ति से ट्रंप की निगरानी और मारने की योजना बनाने के लिए कहा था।
शिकायत में बताया गया है कि फरहाद शकेरी नाम के शख्स को ट्रंप की हत्या का जिम्मा सौंपा गया था। वह व्यक्ति ईरान का सरकारी कर्मचारी था। शख्स अपने प्लान को अंजाम को देता कि उसे पहले उससे विफल कर दिया गया।
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फरजाद शकेरी नाम के एक शख्स को सौंपने वाले अधिकारी ने उससे कहा था कि ईरान चुनाव के बाद तक यह योजना रोक देगा। क्योंकि उसका मानना था कि ट्रंप हार जाएंगे और उनकी हत्या करना आसान हो जाएगा। अमेरिकी न्याय विभाग ने 51साल शकेरी को ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड का एजेंट बताया है।
ईरान भागा शकेरी
अमेरिकी न्याय विभाग ने साथ में ये भी कहा कि वह एक बच्चे के रूप में अमेरिका में आ गया था। डकैती के आरोप के बाद 2008 में उसे निर्वासित कर दिया गया था। फिलहाल अभियोजकों ने कहा कि शकेरी फरार है। कहा जा रहा है कि वह ईरान में है।
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न्याय विभाग ने बताया कि शकेरी ने न्यूयॉर्क के दो निवासी कार्लिस्ले रिवेरा और जोनाथन लोडहोल्ट से मुलाकात कर अपने साजिश में शामिल किया था। साथ में उनको ट्रंप को निशाना बनाने के लिए तैयार कर लिया था। फिलहान रिवेरा और लोडहोल्ट दोनों को मुकदमे तक हिरासत में रखने का आदेश दिया गया है। उनके वकीलों ने टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया।