ईरान में यूएन में नेतन्याहू के भाषण पर कसा तंज (फोटो- सोशल मीडिया)
Iran on Netanyahu UN Speech: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अरब और अफ्रीकी देशों से विरोध का सामना करना पड़ा। जिसके चलते उन्हें खाली कुर्सीयों के सामने भाषण देने पड़ा था। अब इसे लेकर ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने उनका मजाक उड़ाया है और इसे इजरायल की दोहरी बेइज्जती करार दिया।
खामेनेई ने नेतन्याहू तंज किया है। उन्होंने कहा कि यहूदी देश आज सबसे ज्यादा अलग-थलग और घिनौना देश बन गया है। खामेनेई ने नेतन्याहू की एक तस्वीर भी शेयर की जिसमें उनकी आगे खाली कुर्सियां दिख रही थीं। खामेनेई ने इसे दोहरी बेइज्जती इसलिए कहा क्योंकि इजरायल ने गाजा में कई जगह इसे सुनाने के लिए लाउडस्पीकर लगवाए थे।
नेतन्याहू ने गाजा में लाउडस्पीकर लगवाए थे ताकि वहां के लोग उनका भाषण सुन सकें। उन्होंने कहा कि वे अपने इलाके के नजदीक आतंकवाद को बढ़ने नहीं देंगे। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि मीडिया या विरोधी विचारधारा की वजह से देश को खतरे में नहीं डाला जा सकता। फिलिस्तीनी प्रशासन ने नेतन्याहू की स्पीच के दौरान वॉकआउट की योजना बनाई थी।
Today, the evil Zionist regime is the most despised and isolated regime in the world. pic.twitter.com/pWJBQSQBho — Khamenei.ir (@khamenei_ir) September 27, 2025
वॉकआउट करने वाले देशों में मुस्लिम देशों के साथ-साथ एशिया, यूरोप और अफ्रीका के कई देश भी थे। इसके चलते हाॅल लगभग खाली हो गया और नेतन्याहू को असहज होकर अपना भाषण देना पड़ा।हालांकि, अमेरिका के प्रतिनिधि और इजरायल के कई सहयोगियों हाॅल में ही मौजूद थे।
इजरायल के अलग-थलग पड़ने के कारण उस पर युद्ध खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। अब कई देश फिलिस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दे रहे हैं, लेकिन इजरायल इसे स्वीकार नहीं करता। कई देश अमेरिकी राष्ट्रपति से इजरायल पर युद्ध रोकने का दबाव बना रहे हैं।
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि गाजा में युद्ध को खत्म करने के लिए बातचीत अच्छी चल रही है और जल्द ही युद्धविराम हो सकता है। ट्रंप और नेतन्याहू सोमवार को मुलाकात करेंगे। ट्रंप ने कहा कि वे पश्चिम एशिया के देशों के साथ सकारात्मक बातचीत कर रहे हैं। ट्रंप इससे पहले भी इस प्रकार के दावे कर चुकें है ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इस बार उनकी बात में कितनी सच्चाई है।