ऑपरेशन सिंधु के लिए ईरान ने खोला अपना एयर स्पेस, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत ने एक बार फिर विदेशी मिट्टी पर अपनी कूटनीतिक कुशलता का परिचय दिया है। इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच फंसे हजारों भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए ईरान ने विशेष रूप से भारत के लिए अपना वायु मार्ग खोल दिया है। यह कदम ईरान द्वारा भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की इच्छा को दर्शाता है। इस निर्णय से करीब 1000 भारतीय छात्रों को सुरक्षित घर लौटने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस सफलता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों और कूटनीतिक सूझ-बूझ का परिणाम माना जा रहा है।
ईरान ने विशेष रूप से भारत के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया है, जिसके बाद आज रात दिल्ली वापस आने वाले 1,000 छात्रों को राहत मिल गई है। तेहरान में फंसे इन छात्रों की सुरक्षित वापसी अब संभव हो पाई है। पहली उड़ान आज रात लगभग 11 बजे दिल्ली पहुंचेगी, जबकि दूसरी और तीसरी उड़ानें शनिवार को आएंगी। इनमें से एक सुबह और दूसरी शाम के समय दिल्ली लैंड करेगी। इस घोषणा के बाद फंसे हुए छात्रों और उनके परिवारों को काफी राहत मिली है।
2025 की शुरुआत में भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, ईरान में लगभग 10,000 भारतीय नागरिक रह रहे थे, जिनमें से 6,000 छात्र थे। हालांकि, विदेश मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अब तक ईरान में भारतीयों की कुल संख्या 10,320 हो चुकी है, जिसमें 445 भारतीय मूल के अन्य लोग भी शामिल हैं। इस प्रकार, वर्तमान में ईरान में कुल 10,765 भारतीय मौजूद हैं।
वर्तमान में युद्ध जैसी तनावपूर्ण स्थिति के बीच, ईरान में अब भी लगभग 6,000 भारतीय छात्र मौजूद हैं, जबकि अन्य भारतीय नागरिकों की संख्या जिनमें पेशेवर, व्यापारी और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल हैं।
भारत सरकार ने इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए ‘ऑपरेशन सिंधु’ शुरू किया है, जिसका उद्देश्य इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाना है। बता दें कि 13 जून को इजराइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर लगभग 200 फाइटर जेट्स से हवाई हमले किए। इसके जवाब में ईरान ने अब तक 400 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन इजरायल पर दागे हैं।
लगातार हो रहे हमलों, सायरन की गूंज, बिजली कटौती और इंटरनेट ठप होने जैसी स्थितियों ने वहां मौजूद भारतीय छात्रों और नागरिकों को गहरे डर और असमंजस में डाल दिया है। इन हालात को देखते हुए भारत सरकार ने ईरान से छात्रों की वापसी के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ की शुरुआत की है।