
हांगकांग के वांग फुक कोर्ट एस्टेट में भीषण आग में मृतकों का आंकड़ा 159 पहुंचा (सोर्स-सोशल मीडिया)
Hong Kong Fire Death Toll: हॉन्ग कॉन्ग में लगी सबसे भयावह आग ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। वांग फुक कोर्ट एस्टेट में 43 घंटे चली आग में अब तक 159 मौतों की पुष्टि हुई। मचान और ज्वलनशील सामग्रियों ने आग को भयानक रूप से फैलाया। अब सरकार पर जवाबदेही और न्याय की मांग तेज हो गई है।
हॉन्ग कॉन्ग के वांग फुक कोर्ट एस्टेट में लगी भीषण आग में मरने वालों की संख्या बढ़कर 159 हो गई है। यह पिछले 40 वर्षों में दुनिया की सबसे घातक आवासीय इमारत की आग मानी जा रही है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि तलाशी में मिली संदिग्ध मानव हड्डियों की जांच जारी है।
इस घटना के बाद पूरे शहर में प्रवर्तन अभियान शुरू कर दिया गया है। विकास सचिव बर्नाडेट लिन ने निर्देश दिया कि जिन इमारतों में रखरखाव का काम चल रहा है, वे शनिवार तक अपने मचान जाल (Scaffolding Net) हटा दें। लगभग 200 इमारतें इस फैसले से प्रभावित होंगी।अधिकारियों ने माना कि बांस के मचान पर लगी ज्वलनशील फोम शीट और गैर-अग्निरोधी जाल ने आग को बेहद खतरनाक गति से फैलाया।
यह आग 43 घंटे तक जलती रही और आठ में से सात टावर प्रभावित हुए। 2,900 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रयों में रखा गया है। एकमात्र सुरक्षित टावर के निवासी केवल जरूरी सामान लेने के लिए प्रवेश कर सकते हैं। इस हादसे की याद में पास के पार्क में फूल, संदेश और ओरिगेमी क्रेन लगाई गई हैं। स्थानीय लोग लगातार श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
जनता स्वतंत्र जांच की मांग कर रही है पर राजनीतिक माहौल और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून से स्थिति तनावपूर्ण है। अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 15 हत्या के संदेह में। कुछ व्यक्तियों को राजद्रोह के आरोप में हिरासत में लिया गया, हालांकि बाद में रिहा किया गया।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा भवन नियमों में आपराधिक जिम्मेदारी साबित करना बेहद कठिन होगा। अभियोजन पक्ष को साबित करना होगा कि संबंधित लोग घोर लापरवाही के दोषी थे।
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हजारों लोग प्रभावित परिवारों की मदद कर रहे हैं और पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोग कहते हैं कि यह घटना दिखाती है कि हॉन्ग कॉन्ग समाज अभी भी न्याय और लोकतंत्र के लिए एकजुट है।






