हाफिज सईद, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Hafiz Saeed News: दिल्ली में लालकिला के पास हुए कार ब्लास्ट ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को फिर से चौकन्ना कर दिया है। ब्लास्ट के बाद लश्कर-ए-तैयबा के सरगना आतंकी हाफिज सईद का नाम एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल, ब्लास्ट से एक दिन पहले लश्कर के कमांडर सैफुल्लाह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
उस वीडियो में सैफुल्लाह कहता नजर आया कि हाफिज सईद अब चुप नहीं बैठेंगे। हालांकि जांच एजेंसियों ने अब तक इस धमाके में लश्कर के किसी सीधे कनेक्शन की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इस बयान ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
लश्कर-ए-तैयबा की स्थापना 1987 में पाकिस्तान में हुई थी। तब से लेकर अब तक इस संगठन ने भारत पर कई बड़े हमले किए हैं। इनमें 2008 का मुंबई आतंकी हमला सबसे भयावह था, जिसमें 166 लोगों की मौत और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसके अलावा लश्कर पर जैश-ए-मोहम्मद और द रेजिडेंट फ्रंट जैसे आतंकी संगठनों के साथ मिलकर हमले कराने का आरोप भी है।
साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के अनुसार, वर्तमान में लश्कर के करीब 5000 आतंकी सक्रिय हैं। इन सभी की ट्रेनिंग पाकिस्तान में होती है। मई 2025 में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर के कई ठिकाने तबाह कर दिए गए थे। खासतौर पर मुरीदके स्थित उसका मुख्यालय और मस्जिद पूरी तरह ध्वस्त कर दी गई थी।
इसके बाद से हाफिज सईद अंडरग्राउंड बताया जा रहा है। उसके बेटे तल्हा सईद का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उसने दावा किया था कि भारतीय सेना मेरे पिता को ढूंढ रही है, लेकिन हमने उन्हें ऐसी सुरक्षित जगह रखा है, जहां कोई पहुंच नहीं सकता।
30 जून को एक वीडियो में हाफिज बीमार दिखाई दिया था। इसी दौरान पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने बयान दिया कि संभव है, हाफिज सईद अफगानिस्तान में छिपा हो। भारत चाहे तो हम सहयोग करेंगे।
हालांकि, 2 नवंबर को लाहौर में आयोजित होने वाली उसकी रैली अचानक रद्द कर दी गई। आयोजकों ने सुरक्षा कारणों को वजह बताया, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह हाफिज की संभावित मौजूदगी के कारण किया गया था।
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कुल मिलाकर, घटनाओं की कड़ियां इस ओर इशारा कर रही हैं कि हाफिज सईद फिर से लाहौर के आसपास सक्रिय हो रहा है। दिल्ली ब्लास्ट के बाद जांच एजेंसियों की निगाहें अब पाकिस्तान में उसकी गतिविधियों पर टिकी हैं।